पटनाः बिहार की राजधानी पटना के AIIMS के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर पर फायरिंग के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है और इस मामले के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि इस केस का मुख्य आरोपी और दानापुर के बाहुबली विधायक रीतलाल यादव का भाई पिंकू यादव अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है.
'पिंकू यादव ने ही कराया था हमला:' इस केस को लेकर पटना वेस्ट के एसपी अभिनव धीमन ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि दानापुर के विधायक रीतलाल यादव के भाई पिंकू यादव ने ही AIIMS के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर पर फायरिंग कराई थी. पुलिस के मुताबिक पिंकू यादव ने बीएन राय को फोन पर धमकी दी थी.
"AIIMS के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर बीएन राय पर कुछ लोग अपने आदमियों को सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी देने का दबाव बना रहे थे. 19 अगस्त को इसको लेकर इनके पास एक फोन कॉल भी आया था. फोन करनेवाले व्यक्ति ने अपना नाम पिंकू यादव बताया था जो कि दानापुर के वर्तमान विधायक के सगे भाई हैं. उन्होंने फोन कॉल कर दबाव बनाया कि हमारे कुछ व्यक्तियों को रखिये वरना इसका अंजाम बुरा होगा."-अभिनव धीमन, एसपी, वेस्ट पटना
पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तारः फिलहाल पुलिस ने बीएन राय पर गोली चलाने के आरोप में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें AIIMS का ही फील्ड सिक्योरिटी ऑफिसर गुड्डू यादव और सिक्योरिटी गार्ड राजकुमार यादव हैं. जबकि पिंकू ज्यादा अभी भी फरार बताया जा रहा है. हालांकि पुलिस पिंकू यादव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.
'न कंपनी चलेगी, न कोई सुरक्षित रहेगा': दरअसल AIIMS में 50 से 60 सिक्योरिटी गार्ड्स की बहाली होनी है और विधायक का भाई पिंकू यादव चाहता था कि इसमें उनके लोगों की बहाली की जाए. पुलिस के मुताबिक सिक्योरिटी गार्ड की बहाली के नाम पर पिंकू यादव 60 हजार से 1 लाख रुपये तक वसूलता है. ऐसे में पिंकू यादव ने AIIMS के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर को फोन कर धमकी दी कि मेरे साथ तालमेल करके कम कीजिए नहीं तो कंपनी नहीं चलेगी और ना ही कोई सुरक्षित रहेगा. जब बीएन राय ने उसकी बात नहीं मानी तो उसने हमले की साजिश रची.
20 अगस्त को हुआ जानलेवा हमलाः बता दें कि 20 अगस्त को पटना के AIIMS के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर पर गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया गया था. जिसमें वह बाल बाल बच गए थे हालांकि उनकी गाड़ी पर गोलियों के निशान थे और उनकी गाड़ी में बुलेट फंसा हुआ था.इस मामले को देखते हुए SIT का गठन किया गया था. अब टीम ने इस मामले का खुलासा कर दिया है.