पटनाः बिहार की राजधानी पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है जो नकली सोने का लॉकेट दिखाकर लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे. इसमें सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि ये गिरोह एक परिवार ही चला रहा था, जिसमें ससुर-दामाद के साथ-साथ मां-बेटी भी शामिल हैं. फिलहाल ससुर और दामाद पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं, हालांकि मां-बेटी अभी फरार हैं.
कई दिनों से मिल रही थी सूचनाः ठगी के आरोप में पकड़े गए लोगों के नाम गणेश राठौड़ और मान सिंह हैं. बताया जाता है कि गणेश राठौड़ हरियाणा के फरीदाबाद और उसका दामाद मान सिंह यूपी के लखनऊ का रहनेवाला है. पुलिस के मुताबिक कई दिनों से खबर मिल रही थी कि दो लोग नकली सोने का लॉकेट दिखाकर दुकानदारों से ठगी की कोशिश कर रहे हैं. 17 जून को भी ये लोग कंकड़बाग इलाके में एक कपड़ा दुकानदार से ठगी की कोशिश कर रहे थे तभी पुलिस को इसकी खबर लगी और दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
5 किलो नकली सोने के लॉकेट मिलेः पुलिस ने बताया कि "गिरफ्तार किए गये ठगी के दोनों आरोपियों से नकली सोने के करीब 5 किलो लॉकेट जब्त किए गये हैं." पुलिस का कहना है कि "ये लोग दूसरे राज्यों में घूम-घूम कर नकली सोने के लॉकेट को चोरी का बताकर कम दाम में खरीदने का लालच देते थे. इसके झांसे में कई लोग आ जाते थे और फिर ठग वो शहर छोड़कर फरार हो जाते थे."
ठगी का व्यापार, शामिल पूरा परिवारः ठगी के इस कारोबार में पूरा परिवार ही शामिल है. जानकारी के मुताबिक ससुर-दामाद के अलावा मां-बेटी भी लोगों से इसी प्रकार ही ठगी करती हैं. बताया जाता है कि ये लोग बिहार में पहली बार आए थे और दानापुर में रहने के लिए किराये का कमरा भी लिया था. फिलहाल मां-बेटी फरार हैं जिनकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.
"ये लोग पिछले दो दिनों से दानापुर में किराये के कमरे में रह रहे थे. गणेश राठौड़ की पत्नी और बेटी भी इसी कार्य में संलिप्त थीं. वहां पर भी छापेमारी की गयी, लेकिन दोनों महिलाएं फरार हैं. उनलोगों को भी जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इनके स्थानीय राज्य हरियाणा और यूपी में भी इनके आपराधिक इतिहास के बारे में हमलोग जांच करेंगे." स्वीटी सेहरावत, एएसपी, पटना सदर