पटनाः बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बिहार के दो दिवसीय दौरे को लेकर पटना पहुंच गये हैं. अपने दो दिवसीय दौरे पर जेपी नड्डा पटना सहित प्रदेश के कई जगहों पर कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. वहीं सबकी नजर जेपी नड्डा और सीएम नीतीश कुमार की मुलाकात पर भी टिकी है.
उपचुनाव और झारखंड चुनाव पर चर्चा की उम्मीदः नीतीश कुमार से जेपी नड्डा की मुलाकात इसलिए भी खास है क्योंकि आने वाले समय में बिहार में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. वहीं इसी साल होनेवाले झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर भी जेपी नड्डा और सीएम नीतीश कुमार के बीच सीटों के तालमेल पर चर्चा हो सकती है.
दोनों दलों में बेहतर तालमेल पर हो सकती है चर्चाः बिहार में उपचुनाव और झारखंड चुनाव के अलावा कई दूसरे मुद्दों को लेकर भी नड्डा और नीतीश के बीच चर्चे की उम्मीद है. एक तरफ जहां डबल इंजन की सरकार में बिहार को विशेष पैकेज के साथ कई बड़ी परियोजना का रास्ता साफ हुआ है वहीं जेडीयू और बीजेपी के बीच गठबंधन और बेहतर बने इसका भी प्रयास हो रहा है.
सियासी गलियारों में नयी चर्चा के दौरः पिछले दिनों सूचना आयुक्त की नियुक्ति को लेकर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच मुलाकात हुई थी. उसको लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.हालांकि ये बैठक सूचना आयुक्त के नाम पर मुहर के लिए हुई थी. उस कमेटी में मुख्यमंत्री के साथ नेता प्रतिपक्ष और संसदीय कार्य मंत्री भी होते हैं. ऐसे में तीनों का बैठक होना जरूरी होता है, लेकिन इस मुलाकात के बाद कई तरह की चर्चा तेज हो गयी है.
पहले से तय था नड्डा का कार्यक्रमः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की मुलाकात के कुछ दिनों बाद ही जेपी नड्डा के इस दो दिवसीय बिहार दौरे और सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात को नीतीश-तेजस्वी की मुलाकात से भी जोड़ा जा रहा है. हालांकि जेपी नड्डा का दो दिवसीय बिहार दौरे का कार्यक्रम पहले से ही तय था.
चर्चे में कई बड़े मुद्देः जातीय जनगणना, आरक्षण , वक्फ बोर्ड जैसे कई मुद्दों को लेकर सहयोगी दल केंद्र सरकार पर दबाव बना रहे हैं. हालांकि इनमें अधिकतर मुद्दों पर जेडीयू ने सरकार से सहयोग का ही रुख दिखाया है. वक्फ बोर्ड विधेयक को लेकर भी लोकसभा में जेडीयू कोटे से केंद्रीय मंत्री ललन सिंह सरकार के साथ न सिर्फ खड़े दिखाई दिए बल्कि विपक्ष को सियासत न करने की नसीहत भी दी थी.
मुस्लिम नेताओं से मिल चुके हैं सीएमः वक्फ बोर्ड वाले मुद्दे को लेकर जेडीयू के रुख पर मुस्लिम नेताओं की नाराजगी को देखते हुए नीतीश ने उनके साथ बैठक भी की थी और भरोसा भी दिया था.संभव है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जितने भी विवादास्पद मुद्दे हैं उन सब पर चर्चा करें. बिहार में 65% आरक्षण बढ़ाने का कानून जो फिलहाल मामला सुप्रीम कोर्ट है में है उस पर भी चर्चा हो सकती है.क्योंकि अगले साल विधानसभा चुनाव में यह बड़ा मुद्दा बिहार में बन सकता है.
झारखंड चुनाव पर भी होगी चर्चाःवहीं झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी के साथ तालमेल को लेकर भी नीतीश कुमार जेपी नड्डा से चर्चा कर सकते हैं. झारखंड में सरयू राय हाल ही में जेडीयू में शामिल हुए हैं और झारखंड जेडीयू की तरफ से 11 सीटों की सूची तैयार की गई है जिस पर बीजेपी के साथ समझौता करने की तैयारी है. इसमें अधिकांश सीटों पर कभी जेडीयू के विधायक रह चुके हैं और सभी सीटें कुर्मी बहुल सीटें मानी जाती हैं.
कई परियोजनाओं के उद्घाटन-शिलान्यास का भी कार्यक्रमः वैसे तो बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बिहार के इस दो दिवसीय दौरे पर स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे, लेकिन सियासी पंडितों की नजर सीएम नीतीश कुमार के साथ होनेवाली बैठक पर ही टिकी है.