पटनाःनयी टेक्नोलॉजी ने जहां हमारी जिंदगी आसान और बेहतर की है तो वहीं इन टेक्नोलॉजी के दुरुपयोग ने कई मुश्किलें भी खड़ी की हैं. उन्हीं मुश्किलों में एक है तेजी से बढ़ता साइबर फ्रॉड. तमाम सावधानियों के बावजूद लोग इसके शिकार हो रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया राजधानी पटना में, लेकिन अनीश कुमार की सूझबूझ ने उन्हें फ्रॉड का शिकार होने से बचा लिया.
पिता के पास आया बेटी की गिरफ्तारी वाला कॉलः दिन के सवा 11 बजे थे, पटना के अनीश कुमार नहा-धोकर पूजा करने के बाद जैसे ही खाने की टेबल पर पहुंचे, उनके मोबाइल फोन की घंटी बजी. अनीश ने फोन उठाया, अनजान नंबर से व्हाट्सअप कॉल थी और फोन करनेवाले ने अनीश को ऐसी जानकारी दी कि उनके पैरों तले जमीन खिसक गयी. फोन करनेवाले ने खुद को पुलिस इंस्पेक्टर बताते हुए अनीश कुमार की बेटी को गिरफ्तार करने का दावा किया.
गबन के आरोप में गिरफ्तारी की बात बताईः फोन करनेवाले ने बताया कि पटना के विमेंस कॉलेज में पढ़नेवाली आपकी बेटी सान्या सिंह को 20 लाख रुपये के गबन के केस में गिरफ्तार किया गया है और आप अपनी बेटी की सलामती चाहते हैं तो जल्दी से जल्दी पैसे भेजिये वरना आपकी बेटी की पीट-पीटकर हालत खराब कर दी जाएगी.
फोन पर सान्या से भी बात करा दीः फोन पर ऐसी खबर सुनते ही अनीश के तो होश उड़ गये. उन्होंने तत्काल पूछा कि आप किस थाने से बोल रहे हैं, बताइये मैं पहुंच रहा हूं. लेकिन फोन करनेवाले ने थाने का नाम नहीं बताया और कहा कि लो अपनी बेटी से ही बात कर लो. इसके बाद फोन पर हूबहू सान्या की आवाज आई जिसने अपने पिता से बचाने की गुहार लगाई.
अनीश ने सूझबूझ से लिया कामः सान्या की आवाज सुनकर तो अनीश की वैसी हालत हो गयी कि काटो तो खून नहीं. बावजूद इसके अनीश ने अपनी घबराहट पर काबू किया और भागे-भागे विमेंस कॉलेज पहुंच गये, जहां अपनी बेटी को सही सलामत देखकर अनीश की जान में जान आई. उन्होंने सान्या से मुलाकात की और पूरी घटना के बारे में उसे बताया.
कोतवाली में दर्ज कराया केसः इसके बाद अनीश कुमार अपने पिताजी को साथ लेकर कोतवाली थाने पहुंचे और पूरी घटना से पुलिस को अवगत कराते हुए लिखित शिकायत दी. अनीश कुमार की ओर से थाने में दी गई जानकारी के मुताबिक उनके पास +923448538876 से कॉल आया था. यहां बता दें कि +92 पाकिस्तान का कंट्री कोड है.
ऐसा फोन आए तो कीजिए पूरी पड़तालः अनीश कुमार तो साइबर फ्रॉड के शिकार से बच गये, लेकिन अक्सर देखा गया है कि ऐसे कॉल से लोग जल्दी ही घबरा जाते हैं और साइबर अपराधियों के जाल में फंस जाते हैं. हो सकता है कि आपके पास किसी दिन कोई ऐसा ही कॉल आ जाए. ऐसे में घबराने की बजाय सभी चीजों की पड़ताल कीजिए और फिर उसके बाद कदम उठाइये !
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