पटनाः बिहार के पटना जिले के धनरुआ प्रखंड में धान खरीदी में गड़बड़ी का मामला उजागर हुआ है.इस मामले को लेकर विजयपुरा पंचायत के पैक्स अध्यक्ष पर केस भी दर्ज किया गया है, जिसमें प्रबंध समिति कार्यकारिणी के सदस्यों के साथ मिलकर करोड़ों रुपये के गबन का आरोप लगाया गया है.
2023-24 में खरीदी का मामलाः बताया जाता है कि इस मामले को लेकर मसौढ़ी एसडीएम अमित कुमार पटेल के निर्देश पर प्रखण्ड सहकारिता पदाधिकारी की ओर से विजयपुरा पैक्स की जांच की गई तो मामला उजागर हुआ. जानकारी के मुताबिक विजयपुरा पैक्स में खरीफ मौसम में कुल 11672 क्विंटल धान की खरीदी की गयी थी. इसमें सिर्फ 2610 क्विंटल धान SFC और CMR को उपलब्ध कराया गया जबकि 4232 क्विंटल धान की आपूर्ति राइस मिल को की गयी.
6188 क्विंटल धान गायबः SFC, CMR और राइस मिल को आपूर्ति करने के बाद 4638 क्विंटल धान शेष रहना चाहिए था, लेकिन निरीक्षण के दौरान सिर्फ 1250 क्विंटल धान ही प्राप्त हुआ. यानी 6188 क्विंटल धान कम पाया गया. इस धान की कीमत एमएसपी 2208 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से कुल 1 करोड़ 36 लाख 63 हजार 104 रुपये निकलती है.
पैक्स अध्यक्ष, प्रबंधक और कार्यकारिणी समिति पर गबन का आरोपः धनरुआ के प्रखंड सहकारिता प्रसार अधिकारी विकास कुमार ने एसडीएम को इस गबन के बारे में जानकारी दी. जिसके बाद विजयपुरा पैक्स अध्यक्ष राजकिशोर सिंह, पिता-स्व० सुबालाल सिंह, ग्राम फुलपुरा, प्रबंधक अभिनव राज, पिता- रघुवंश नारायण सिंह ग्राम-फुलपुरा के खिलाफ केस दर्ज किया गया.
प्रबंध कार्यकारिणी समिति के खिलाफ भी केसः इसके अलावा पैक्स प्रबंध कार्यकारिणी समिति के छोटन चौधरी, विजय प्रसाद, सुरजा देवी, सरिता देवी, अरुण राम, यदुवंश नारायण, अनीता देवी, रूबी देवी, विजेद्र कुमार और नौलेश सिंह के खिलाफ धनरुआ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है.
"विजयपुरा पैक्स ने 2023-24 में 11672 क्विंटल धान की खरीदी की थी. इसमें 2610 क्विंटल धान SFC और CMR को उपलब्ध कराया गया, साथ ही 4232 क्विंटल धान की आपूर्ति राइस मिल को की गयी. इस हिसाब से धान की शेष मात्रा 4638 क्विंटल होनी चाहिए थी परंतु निरीक्षण के दौरान सिर्फ 1250 क्विंटल ही धान पाया गया. ऐसे में करोड़ों रुपये के गबन के आरोप में संबंधित सभी लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है."-विकास कुमार, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी, धनरूआ