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प्रवासी पक्षियों की चहचहाहट से मसौढ़ी गुलजार, कोरियावां गढ़ जलाशय में अद्भुत नजारा

Patna Buzzes with Migratory Birds: पटना के मसौढ़ी के कोरियावां गढ़ को जलाशय में एक बार फिर से प्रवासी पक्षियों की चहचहाहट से गुलजार हो चुका है. जलाशय में एक बार फिर से विदेशी पक्षियों का अच्छा खासा जमवाड़ा हो गया है. पढ़ें पूरी खबर..

प्रवासी पक्षियों से गुलजार हुआ पटना
प्रवासी पक्षियों से गुलजार हुआ पटना
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 4, 2024, 8:37 PM IST

प्रवासी पक्षियों से गुलजार हुआ पटना

पटना: बिहार की राजधानी पटना के जलाशय एक बार फिर से प्रवासी पक्षियों की चहचहाहट से गुलजार हो चुका है. मसौढ़ी के कोरियावां गढ़ स्थित जलाशय में एक बार फिर से विदेशी पक्षियों का अच्छा खासा जमवाड़ा हो गया है. रेड स्टार्ट ,येलो लैंगड, गुल्स, ब्लैक हेडेड गुल्स बर्ड अपनी चहचहाहट से लोगों का मन मोह ले रहे हैं. जलाशय के विहंगम दृश्य से लोगों के मन को विशेष शांति मिल रही है. यह रमणीय दृश्य इन दिनों काफी आकर्षण का केंद्र बन गया है.

प्रवासी पक्षियों से गुलजार हुआ पटना: सर्दी का सितम धीरे-धीरे अब समाप्त होते ही मौसम खुशगवार और बेहतर वातावरण बनने लगा है जिसको लेकर कई प्रवासी पक्षियों का धीरे-धीरे आने का सिलसिला शुरू हो चुका है. उनकी चर्चा से लोगों का मन विभोर हो जाता है. यह पक्षियां कई देशों को पार करते हुए, सात समंदर पार करते हुए राजधानी जिला से पहुंचते हैं. प्रवासी पक्षी हजारों किलोमीटर की यात्रा कर पिछले करीब 10 साल से मसौढ़ी के कोरियावां गढ़ स्थित जलाशय में अपना डेरा डालते हैं.

हजारों मील की यात्रा कर पहुंच रहे हैं पक्षी: मार्च जून होते ही वापसी की राह पकड़ लेते हैं, आने वाले प्रवासी प्रवक्षियों को शीतल वातावरण को सहन करने की क्षमता होती है और इन्हें इनकी आदत पड़ जाती है यही वजह है कि ठंड के मौसम में मसौढ़ी के झील की तरह क्षेत्र के जलाशयों में इसे देखा जा सकता है, पिछले कई वर्षों से वर्ड वाचिंग करने वाले को कोरियावां गढ के पास बने जलाशय एक नया स्थान बन गया है.

विदेशी पक्षियों के आने का दौर जारीः यहां सातवीं बार परदेसी पक्षी का आना शुरू हुआ है. पक्षियों का कलरव रोमांचित करने के साथ ऊर्जा देने वाला होता है. अब यह मसौढ़ी के विभिन्न छोटे-छोटे तलाब पर देखने को मिलने से लोग उनके प्रति आकर्षित होने लगे हैं, विशेष कर जलाशयों के अलावा कई जगहों पर प्रवासी पक्षियों की अठखेलियों मान को खूब भा रही है, सुबह के समय उक्त तलाबों का नजारा ही निराला होता है. यहां प्रवासी पक्षी लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लेते हैं. जंगलों से लगे इन तालाबों पर प्रवासी पक्षियों का डेरा सुंदरता व दृश्य को भी मनोरम बना रहा है.

"साल जनवरी महीने से लेकर फरवरी के अंत तक प्रवासी पक्षियों की आमद शुरू हो जाती है. हर साल सारस, बगुले तो आते ही रहते हैं लेकिन इस बार रेड स्टार्ट ,येलो लैंगड, गुल्स जिसे शिकारी पक्षी के साथ ही ब्लैक हेडेड गुल्स पक्षी बड़ी संख्या में अपना डेरा जमा लिया है."- रमाकांत रंजन किशोर, पूर्व प्रखंड प्रमुख, कोरियावांगढ,मसौढ़ी

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प्रवासी पक्षियों से गुलजार हुआ पटना

पटना: बिहार की राजधानी पटना के जलाशय एक बार फिर से प्रवासी पक्षियों की चहचहाहट से गुलजार हो चुका है. मसौढ़ी के कोरियावां गढ़ स्थित जलाशय में एक बार फिर से विदेशी पक्षियों का अच्छा खासा जमवाड़ा हो गया है. रेड स्टार्ट ,येलो लैंगड, गुल्स, ब्लैक हेडेड गुल्स बर्ड अपनी चहचहाहट से लोगों का मन मोह ले रहे हैं. जलाशय के विहंगम दृश्य से लोगों के मन को विशेष शांति मिल रही है. यह रमणीय दृश्य इन दिनों काफी आकर्षण का केंद्र बन गया है.

प्रवासी पक्षियों से गुलजार हुआ पटना: सर्दी का सितम धीरे-धीरे अब समाप्त होते ही मौसम खुशगवार और बेहतर वातावरण बनने लगा है जिसको लेकर कई प्रवासी पक्षियों का धीरे-धीरे आने का सिलसिला शुरू हो चुका है. उनकी चर्चा से लोगों का मन विभोर हो जाता है. यह पक्षियां कई देशों को पार करते हुए, सात समंदर पार करते हुए राजधानी जिला से पहुंचते हैं. प्रवासी पक्षी हजारों किलोमीटर की यात्रा कर पिछले करीब 10 साल से मसौढ़ी के कोरियावां गढ़ स्थित जलाशय में अपना डेरा डालते हैं.

हजारों मील की यात्रा कर पहुंच रहे हैं पक्षी: मार्च जून होते ही वापसी की राह पकड़ लेते हैं, आने वाले प्रवासी प्रवक्षियों को शीतल वातावरण को सहन करने की क्षमता होती है और इन्हें इनकी आदत पड़ जाती है यही वजह है कि ठंड के मौसम में मसौढ़ी के झील की तरह क्षेत्र के जलाशयों में इसे देखा जा सकता है, पिछले कई वर्षों से वर्ड वाचिंग करने वाले को कोरियावां गढ के पास बने जलाशय एक नया स्थान बन गया है.

विदेशी पक्षियों के आने का दौर जारीः यहां सातवीं बार परदेसी पक्षी का आना शुरू हुआ है. पक्षियों का कलरव रोमांचित करने के साथ ऊर्जा देने वाला होता है. अब यह मसौढ़ी के विभिन्न छोटे-छोटे तलाब पर देखने को मिलने से लोग उनके प्रति आकर्षित होने लगे हैं, विशेष कर जलाशयों के अलावा कई जगहों पर प्रवासी पक्षियों की अठखेलियों मान को खूब भा रही है, सुबह के समय उक्त तलाबों का नजारा ही निराला होता है. यहां प्रवासी पक्षी लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लेते हैं. जंगलों से लगे इन तालाबों पर प्रवासी पक्षियों का डेरा सुंदरता व दृश्य को भी मनोरम बना रहा है.

"साल जनवरी महीने से लेकर फरवरी के अंत तक प्रवासी पक्षियों की आमद शुरू हो जाती है. हर साल सारस, बगुले तो आते ही रहते हैं लेकिन इस बार रेड स्टार्ट ,येलो लैंगड, गुल्स जिसे शिकारी पक्षी के साथ ही ब्लैक हेडेड गुल्स पक्षी बड़ी संख्या में अपना डेरा जमा लिया है."- रमाकांत रंजन किशोर, पूर्व प्रखंड प्रमुख, कोरियावांगढ,मसौढ़ी

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