पटना: पाटलिपुत्र लोकसभा सीट के लिए आखिरी चरण में एक जून को मतदान हुआ था. यहां से लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती तीसरी बार अपनी किस्मत आजमा रही हैं. उनका मुकाबला भाजपा के रामकृपाल यादव से है, जिन्होंने 2014 और 2019 में उन्हें हराया था. एग्जिट पोल के संकेतों के अनुसार महागठबंधन को फायदा होने वाला है, लेकिन मीसा भारती के लिए चुनौती बड़ी है. मतगणना से पहले लोगों के जेहन में यह सवाल कौंध रहा है कि क्या मीसा भारती इस बार जिंक्स तोड़ेंगी या रामकृपाल यादव अपनी जीत की हैट्रिक लगाएंगे.
एग्जिट पोल में कांटे का मुकाबलाः चुनाव के बाद हुए तमाम एग्जिट पोल में पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पर रामकृपाल यादव और मीसा भारती के बीच कांटे का मुकाबला बताया जा रहा है. पिछले दो चुनाव की अगर बात की जाए तो 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में रामकृपाल यादव और मीसा भारती के बीच मुकाबला हुआ था. दोनों ही बार राम कृपाल यादव ने मीसा भारती को कड़े मुकाबले में पराजित किया था. 2024 लोकसभा चुनाव में पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र में 59.24 फीसदी मतदान हुआ. 2019 में 55.25% मतदान हुआ था.
क्या कहते हैं विश्लेषकः वरिष्ठ पत्रकार सुनील पांडेय का कहना है कि 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में रामकृपाल यादव ने मीसा भारती को पराजित किया था. इस बार फिर से कांटे की लड़ाई है. सुनील पांडेय का कहना है कि यह कोई नहीं कर सकता है कि इस सीट से किसकी जीत हो रही है. लेकिन मीसा भारती के लिए चुनौती इसीलिए कठिन दिख रही है कि मनेर के विधायक भाई वीरेंद्र और दानापुर के विधायक रीतलाल यादव इस चुनाव में बहुत ज्यादा सक्रिय नहीं दिखे. जिसका खामियाजा मीसा भारती को उठाना पड़ सकता है.
पिछले चुनाव परिणामों का विश्लेषण:
- 2014: रामकृपाल यादव ने मीसा भारती को हराया.
- 2019: रामकृपाल यादव ने फिर से मीसा भारती को पराजित किया.
- मीसा भारती के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल है, जबकि रामकृपाल यादव अपने जीत के सिलसिले को बरकरार रखना चाहेंगे.
चुनौतियां:
- भीतरघात: मनेर के विधायक भाई वीरेंद्र और दानापुर के विधायक रीतलाल यादव इस बार कम सक्रिय दिख रहे हैं, जिससे मीसा भारती की स्थिति कमजोर हो सकती है.
- प्रभाव: लालू प्रसाद यादव का प्रभाव अभी भी महत्वपूर्ण है, लेकिन उनके स्वास्थ्य और कानूनी मुद्दों ने उनके सक्रिय समर्थन में कमी लाई है.
6 विधानसभा सीटों पर महागठबंधन का कब्जाः पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा सीट है. सभी विधानसभा सीट महागठबंधन के कब्जे में है. दानापुर, मनेर और मसौढ़ी से आरजेडी के विधायक हैं. वहीं फुलवारी शरीफ और पालीगंज में सीपीआईएमएल के विधायक ने जीत हासिल की थी. विक्रम सीट कांग्रेस के पास है. लेकिन अब कांग्रेस विधायक ने अब बीजेपी ज्वाइन कर लिया है. पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पर इस बार का चुनाव काफी रोचक और संघर्षपूर्ण होने वाला है. मीसा भारती के सामने कई चुनौतियां हैं, लेकिन महागठबंधन के सकारात्मक रुझानों के चलते उनके लिए संभावनाएं बनी हुई हैं.