वाराणसी : विश्वनाथ मंदिर में लगातार बढ़ रही भक्तों की भीड़ के चलते चढ़ावे में जबरदस्त बढ़ोतरी हो रही है. मंदिर में आने वाले चढ़ावे से अब विश्वनाथ मंदिर सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. विश्वनाथ मंदिर न्यास ने बैठक में अब उन लोगों को मसीहा बनाने का प्लान तैयार किया है, जिनको कोई नहीं पूछता यानी लावारिस और ऐसे लोग जो परेशान रहते हैं और अस्पतालों के चक्कर भी काटते हैं. इतना ही नहीं लोगों के पेट भरने का इंतजाम भी विश्वनाथ मंदिर न्यास निशुल्क करने जा रहा है.
विश्वनाथ मंदिर न्यास की हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. विश्वनाथ मंदिर में आ रही चढ़ावे की धनराशि से कई सामाजिक कार्य किए जाने की तैयारी की जा रही है. इस बारे में कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बताया कि विश्वनाथ मंदिर न्यास चढ़ावे की धनराशि से सबसे बड़ा काम अस्पतालों में एक समय के भोजन को शुरू करने की शुरुआत के साथ करने जा रहा है. इसके लिए वाराणसी के मंडलीय, जिला अस्पताल समेत अन्य सरकारी अस्पतालों से संपर्क किया जा रहा है. यहां पर मरीजों को एक वक्त के भोजन की जिम्मेदारी विश्वनाथ मंदिर न्यास की होगी. जो भी मरीज भर्ती होंगे उनको उसी हिसाब का भोजन उपलब्ध करवाया जाएगा. जिससे वह सेहतमंद रहें और उन्हें बेवजह परेशान ना होना पड़े. इसके अलावा विश्वनाथ मंदिर न्यास अस्पतालों में आने वाले लावारिस और असहाय लोगों की मदद के लिए भी आगे आएगा. मार्च के महीने में 95 लाख से ज्यादा भक्तों ने विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किए. भक्त चढ़ावे की धनराशि भी जबरदस्त तरीके से दिल खोलकर दान कर रहे हैं. इसलिए दान की धनराशि का प्रयोग दक्षिण भारत के मंदिरों की तर्ज पर सामाजिक कार्यों में की जाएगी. इसके लिए दक्षिण भारत के मंदिरों के साथ बातचीत करते हुए और बेहतर तरीके से क्या काम किया जा सकते हैं और वहां क्या काम होते हैं?, इसे लेकर लगातार मंथन किया जा रहा है. फिलहाल अभी स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने के लिए विश्वनाथ मंदिर न्यास तैयारी कर रहा है और मरीज के साथ लावारिस और असहाय लोगों की मदद के लिए प्लान तैयार कर रहा है. इसके अलावा विश्वनाथ मंदिर अपनी सुविधाओं को बढ़ाने के लिए जमीन की तलाश भी शुरू कर चुका है, ताकि पार्किंग से लेकर अन्य तरह की सुविधाओं को विस्तारित किया जा सके.
कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास में वित्तीय वर्ष 2023–24 में आय तथा व्यय दोनों में पर्याप्त वृद्धि हुई है. पिछले साल की तुलना में 42.43% की वृद्धि के साथ मंदिर न्यास की कुल आय 83.34 करोड़ रुपये रही तो वहीं व्यय में 40.38% की वृद्धि के साथ सकल व्यय 25.32 करोड़ रुपये का रहा है. व्यय में बढ़ोतरी मंदिर न्यास की तरफ से प्रारंभ की गई नई कल्याणकारी योजनाओं के कारण हुई है. जिसे और भी विस्तारित किया जा रहा है.
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