वाराणसी : कैंट रेलवे स्टेशन पर उस समय हंगाम मच गया, जब वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के निरस्त होने की यात्रियों को जानकारी मिली. नाराज यात्री प्लेटफार्म पर खड़ी कामायनी एक्सप्रेस को भी रवाना नहीं होने दे रहे थे. यात्रियों के गुस्से की वजह से लगभग 10 मिनट तक कामायनी एक्सप्रेस भी खड़ी रही. हालांकि, मौके पर पहुंचे आरपीएफ और जीआरपी के जवानों ने यात्रियों को समझा बूझकर मामला शांत कराया.
ट्रेन निरस्त होने पर भड़के यात्री : दरअसल,प्रयागराज रामबाग रेल खंड पर निर्माण कार्य के चलते वंदे भारत समेत कई ट्रेनें निरस्त हैं, तो कई बदले रूट पर चल रही हैं. जिस वजह से ट्रेनों के समय में भी बदलाव हुआ है. इसी के तहत 22435 वंदे भारत एक्सप्रेस को भी निरस्त कर दिया गया है, जिसकी सूचना रेलवे की ओर से मैसेज भेज कर मंगलवार को यात्रियों को दी गई थी. यह ट्रेन अपराह्न तीन बजे रवाना होती है. यात्रियों को बताया गया कि यात्रियों का किराया वापस कर दिया जाएगा. जिन्होंने संदेश देखा, वे अपने घर को लौट गए, लेकिन जो यात्री मैसेज नहीं देख सके, वह बुधवार को स्टेशन पहुंच गए. इस दौरान ट्रेन निरस्त होने पर उन्होंने अपनी नाराजगी जताई और जमकर विरोध किया. इसकी वजह से प्लेटफार्म पर खड़ी कामायनी एक्सप्रेस भी अपने सही समय पर नहीं निकल पाई. लगभग 10 मिनट के देरी के बाद यह ट्रेन रवाना हुई.
स्पेशल ट्रेन से यात्री हुए रवाना : इस दौरान यात्रियों का कहना था कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि यह ट्रेन रद्द है. अब उन्हें किसी भी तरीके से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाए. वहीं इस बारे में कैंट रेलवे स्टेशन के स्टेशन डायरेक्टर अर्पित गुप्ता ने बताया कि, एक दिन पूर्व मंगलवार की रात 10:00 बजे ही सभी यात्रियों को ट्रेनों के डायवर्जन, निरस्तीकरण और शॉर्ट टर्मिनेटेड होने का मैसेज भेजा गया था. इसके अलावा बुधवार को स्टेशन पर मौजूद यात्रियों को वाराणसी गांधीनगर साप्ताहिक एक्सप्रेस और पूर्वा एक्सप्रेस से प्रयागराज तक जाने का विकल्प दिया गया. कई यात्री वैकल्पिक ट्रेनों से प्रयागराज के लिए रवाना हुए जबकि अन्य लोगों को विशेष कोटे के जरिए बनारस-नई दिल्ली शिवगंगा एक्सप्रेस से भी रवाना किया गया है.