पटना: राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से तैयारी शुरू कर दी है. पटना के प्रदेश कार्यालय में 31 जुलाई को सभी जिला अध्यक्षों एवं शीर्ष नेताओं की बैठक बुलाई गई थी. जिसमें आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी के आगे की रणनीति पर चर्चा हुई. आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी की क्या तैयारी है इस पर पशुपति कुमार पारस ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
सवाल - आगामी बिहार विधानसभा के चुनाव को लेकर आपके पार्टी की क्या तैयारी है?
लोकसभा चुनाव में नाइंसाफी हुई. हम लोग 2014 में एनडीए में शामिल हुए थे. शुरू से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक हैं और अभी भी एनडीए के साथ हैं. अभी भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वह विश्वास रखते हैं. बिहार की सभी 243 सीट पर उनका संगठन है और उसी को लेकर कल बैठक बुलाई गई थी. आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर BJP से गठबंधन की बात होगी. यदि गठबंधन नहीं हो सकेगा तो सभी 243 सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी करेंगे.
सवाल - आप कह रहे हैं कि नरेंद्र मोदी के साथ हैं, लेकिन दूसरी तरफ कहते हैं कि आपके साथ नाइंसाफी हुई, तो फिर कितना दिन बर्दाश्त कीजिएगा.
मैं शुरू में ही कह दिया हूं कि मेरे साथ ना इंसाफी हुई है फिर भी मैं उनके साथ हूं. अभी भी मैं एनडीए के साथ हूं और भविष्य को लेकर मेरी मांग है कि मेरे स्ट्रैंथ के हिसाब से मुझे उचित सम्मान दीजिए. उचित सम्मान दीजिएगा तो आपके साथ खड़े रहेंगे यदि उचित सम्मान नहीं दीजिएगा तो मजबूरी है राजनीति करने वाला कोई साधु नहीं होता है. उचित सम्मान नहीं दीजिएगा तो सभी 243 सीट पर चुनाव लड़ेंगे. गठबंधन रहेगा तो 243 सीट पर फायदा होगा.
सवाल - चिराग पासवान आप लोगों पर निशान साध रहे हैं. अब तो आपके पार्टी कार्यालय पर भी उन्होंने दावा किया है?
पार्टी कार्यालय को लेकर उनकी पार्टी कोर्ट गई हुई है. और कोर्ट जो भी निर्णय लेगा हम लोग मानेंगे. राजनीति में जीत और हार मायने नहीं रखता है. हम लोग जयप्रकाश नारायण के शिष्य हैं, जेल भी गए हैं मार खाए हैं और भूखे भी रहे हैं. 8 बार बिहार विधानसभा के सदस्य चुने गए चार बार बिहार सरकार में मंत्री बने. लोकसभा के सदस्य बने केंद्र में मंत्री रहे. हम लोग आशावादी हैं, निराशावादी नहीं हैं. हम लोग आसमान से टपक कर नहीं आए हैं. सोने का चम्मच लेकर पैदा नहीं हुए हैं. हम गरीब परिवार में पैदा लिए हैं और हम लोग घबराते नहीं हैं.
सवाल - चिराग पासवान आपका नाम लिए बगैर आप पर निशाना साधते हैं. आपके बारे में रहते हैं कि जिसने उसको धोखा दिया उसी के मंत्री पद वह बैठे हुए हैं.
भगवान जानते हैं कि किसने किसको धोखा दिया है. जिस कुर्सी की बात वह कर रहा है वह उस कुर्सी पर 3 साल बैठकर आए हैं. कल उस कुर्सी से वह हट भी जाएगा. किसके साथ क्या हो जाए वह कोई जानता है क्या? कब क्या होगा कोई नहीं जानता. शाहनवाज हुसैन ने एक बयान दिया था कि जब मैं दिल्ली से हवाई जहाज में बैठा था तो मंत्री था और जब पटना उतरा तो मैं पूर्व मंत्री हो गया. यह राजनीति में चलता है, कोई घमंड में यह मत रहे कि जो कुर्सी मिली है वह स्थाई है. कुर्सी का घमंड किसी को नहीं करना चाहिए.
सवाल - 2025 विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा की शीर्ष नेतृत्व से बात होगी?
कल दिल्ली जा रहे हैं निश्चित रूप से बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से बात होगी. बिहार के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल से भी उनकी बातचीत होगी. अभी समय है अभी 6 महीना में अपनी पार्टी को धारदार बनाएंगे. 1 सितंबर से प्रत्येक जिला में दौरा करके जिला सम्मेलन करेंगे. उसके बाद अक्टूबर नवंबर में पार्टी का बड़ा सम्मेलन पटना में बुलाएंगे. उम्मीद है कि बीजेपी से बात बन जाएगी. लेकिन वर्तमान में जीना चाहिए भविष्य की चिंता नहीं करनी चाहिए.
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