राजनांदगांव: बच्चे, बुजुर्गों और युवाओं के लिए राजनांदगांव नगर निगम ने शहर के कई हिस्सों में पार्कों में निर्माण कराया. लोग सेहतमंद बने इसके लिए ओपन जिम की व्यवस्था की. वर्जिश के लिए मशीनें लगाई गईं. फूल पौधों से पार्कों को सजाया गया. अंबेडकर चौक पर बने पार्क को और बेहतरीन बनाने के लिए उसमें एमू पक्षी को भी रखा गया. पर बिना देख रेख के अंबेडकर चौक पर बना पार्क अब खंडहर हो रहा है. कभी लोगों से गुलजार रहने वाला ये पार्क अब वीरान रहता है. लोग भूलकर भी इस ओर का रुख नहीं करते हैं. स्थानीय लोगों ने महापौर से इन पार्कों को फिर से दुरुस्त करने की मांग की है.
पार्कों में पसरा सन्नाटा: ये हाल सिर्फ अंबेडकर पार्क तक ही सीमित नहीं है. गुरु नानक चौक के पास बनाए गए शिवाजी पार्क का हाल भी बेहाल है. लोगों के लिए यहां फूड कोर्ट बनाए गए थे. दुकानों का इस्तेमाल नहीं होने से दुकानें जर्जर हो चुकी हैं. गार्डन में लगी मूर्तियों को असामाजिक तत्वों ने तोड़ फोड़ दिया है. मेंटेनेंस नहीं होने के चलते पूरा गार्डन मलबे और कचरे के ढेर में दिखाई देता है. शिवाजी पार्क में ओपन जिम भी बनाया गया था. कुछ दिनों तक लोग यहां शौक से जिम करने आते रहे. बाद में जिम यहां से अचानक ही गायब हो गया. यहां पर लगा ओपन जिम कहां गया किसी को नहीं पता है. शहर कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष जरुर लेटर लिखकर जानकारी मांगने की बात कह रहे हैं.
नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष का आरोप: गार्डन के खस्ताहाल होने पर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष किशन यदु ने कहा कि महापौर ने पांच सालों तक कुछ का नहीं किया. शहर के विकास के लिए जो भी काम किए जाने थे वो सब लंबित रहे. जो भी गार्डन बीजेपी के शासन काल में रमन सिंह ने बनवाए उसे भी महापौर नहीं संभाल पाईं. अंबेडकर और शिवाजी पार्क का हाल बेहाल है. यहां जो एमू पक्षी रखा गया था उसे भी यहां से जंगल सफारी भेज दिया गया है. स्थानीय लोगों ने महापौर से अपील करते हुए कहा है कि जल्द से जल्द पार्कों की दशा ठीक करानी चाहिए.