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पराक्रम राठौड़ बोले- चूरू जिला क्रिकेट एसोसिएशन अध्यक्ष का चुनाव पूरी तरह संवैधानिक, खुद आरसीए अध्यक्ष ने भेजा ऑब्जर्वर - District Cricket Association

Parakram Rathod on Churu District Cricket Association Election, चूरू डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन में भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ के बेटे पराक्रम राठौड़ की एंट्री हुई है. हालांकि, उनके चुनाव पर सवाल उठ रहे हैं. इस बीच पराक्रम ने कहा कि उनका चुनाव पूरी तरह से संवैधानिक है.

Churu District Cricket Association Election
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 23, 2024, 10:26 PM IST

चूरू डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पराक्रम राठौड़

जयपुर. चूरू डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के नए अध्यक्ष के नाम पर विवाद खड़ा हो गया है. 21 फरवरी को चूरू डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के संपन्न हुए चुनाव और पराक्रम राठौड़ के अध्यक्ष चुने जाने को आरसीए के सचिव भवानी सामोता ने असंवैधानिक बताया है. इस पर शुक्रवार को मीडिया से मुखातिब हुए पराक्रम राठौड़ ने इन चुनावों को आरसीए संविधान के अनुसार बताया. साथ ही दावा किया कि ऑब्जर्वर की नियुक्ति आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत की ओर से की गई है. उन्होंने कहा कि यदि मामला कोर्ट जाता है तो वो पूरे तथ्य सामने रखेंगे.

पराक्रम बोले- संविधान के अनुसार हुआ चुनाव : चूरू डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन में भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ के बेटे पराक्रम राठौड़ की एंट्री हुई है. हालांकि, उनके चुनाव पर सवाल उठाए गए हैं. उन्हीं सवालों का जवाब देते हुए पराक्रम राठौड़ ने कहा कि वो जब जयपुर चुनाव जीत करके आए तब पहली बार आरसीए सचिव भवानी सामोता का नाम सुना. उनका न तो उनसे कोई परिचय है और न ही कोई व्यक्तिगत अदावत रही है. ऐसे में जुबानी जंग छिड़ने जैसी कोई बात नहीं है. जहां तक चुनाव को लेकर उनके द्वारा की गई टिप्पणी का सवाल है तो आरसीए का जो संविधान है, उसी के हिसाब से उनका चुनाव हुआ है. उनको यदि कोई दिक्कत है तो उनके सामने कागज़ रख दिए जाएंगे, लेकिन उन्होंने ना तो कोई नोटिस दिया है और ना ही कोई संपर्क किया है.

इसे भी पढ़ें - Vaibhav Gehlot की आरसीए में दूसरी पारी की शुरूआत विवाद से, ट्रोलिंग के साथ मिला सपोर्ट

उन्होंने कहा कि उनका चुनाव पूरी तरह संवैधानिक है. इसमें कहीं कोई लूप पोल नहीं है. आरसीए का संविधान कहता है कि चुनाव के वक्त एक स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट का रिप्रेजेंटेशन होना चाहिए और एक आरसीए का प्रतिनिधि होना चाहिए. दोनों वहां मौजूद थे. यहां तक कि चुनाव के बाद जो प्रमाण पत्र दिया गया उसमें भी दोनों के हस्ताक्षर हैं. उन्होंने बताया कि जिला संघ के सदस्य सुशील ने उन्हें बताया कि उन्होंने आरसीए सचिव भवानी सामोता से संपर्क करने की कोशिश भी की थी, जब उनसे संपर्क नहीं हुआ तब आरसीए अध्यक्ष ने अन्य प्रतिनिधि की व्यवस्था की.

वहीं, चूरू क्रिकेट एसोसिएशन का आरसीए अध्यक्ष पद की सीढ़ी के सवाल पर उन्होंने कहा की आरसीए का चुनाव अभी बहुत दूर है. वो पहले अपनी काबिलियत चूरू जिला संघ में साबित करेंगे. जिस दिन आरसीए चुनाव का नोटिस जारी होगा उस दिन बाकी जिला संघ के साथ बैठकर बातचीत करेंगे और समन्वय बनाकर काम करेंगे.

चूरू डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पराक्रम राठौड़

जयपुर. चूरू डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के नए अध्यक्ष के नाम पर विवाद खड़ा हो गया है. 21 फरवरी को चूरू डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के संपन्न हुए चुनाव और पराक्रम राठौड़ के अध्यक्ष चुने जाने को आरसीए के सचिव भवानी सामोता ने असंवैधानिक बताया है. इस पर शुक्रवार को मीडिया से मुखातिब हुए पराक्रम राठौड़ ने इन चुनावों को आरसीए संविधान के अनुसार बताया. साथ ही दावा किया कि ऑब्जर्वर की नियुक्ति आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत की ओर से की गई है. उन्होंने कहा कि यदि मामला कोर्ट जाता है तो वो पूरे तथ्य सामने रखेंगे.

पराक्रम बोले- संविधान के अनुसार हुआ चुनाव : चूरू डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन में भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ के बेटे पराक्रम राठौड़ की एंट्री हुई है. हालांकि, उनके चुनाव पर सवाल उठाए गए हैं. उन्हीं सवालों का जवाब देते हुए पराक्रम राठौड़ ने कहा कि वो जब जयपुर चुनाव जीत करके आए तब पहली बार आरसीए सचिव भवानी सामोता का नाम सुना. उनका न तो उनसे कोई परिचय है और न ही कोई व्यक्तिगत अदावत रही है. ऐसे में जुबानी जंग छिड़ने जैसी कोई बात नहीं है. जहां तक चुनाव को लेकर उनके द्वारा की गई टिप्पणी का सवाल है तो आरसीए का जो संविधान है, उसी के हिसाब से उनका चुनाव हुआ है. उनको यदि कोई दिक्कत है तो उनके सामने कागज़ रख दिए जाएंगे, लेकिन उन्होंने ना तो कोई नोटिस दिया है और ना ही कोई संपर्क किया है.

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उन्होंने कहा कि उनका चुनाव पूरी तरह संवैधानिक है. इसमें कहीं कोई लूप पोल नहीं है. आरसीए का संविधान कहता है कि चुनाव के वक्त एक स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट का रिप्रेजेंटेशन होना चाहिए और एक आरसीए का प्रतिनिधि होना चाहिए. दोनों वहां मौजूद थे. यहां तक कि चुनाव के बाद जो प्रमाण पत्र दिया गया उसमें भी दोनों के हस्ताक्षर हैं. उन्होंने बताया कि जिला संघ के सदस्य सुशील ने उन्हें बताया कि उन्होंने आरसीए सचिव भवानी सामोता से संपर्क करने की कोशिश भी की थी, जब उनसे संपर्क नहीं हुआ तब आरसीए अध्यक्ष ने अन्य प्रतिनिधि की व्यवस्था की.

वहीं, चूरू क्रिकेट एसोसिएशन का आरसीए अध्यक्ष पद की सीढ़ी के सवाल पर उन्होंने कहा की आरसीए का चुनाव अभी बहुत दूर है. वो पहले अपनी काबिलियत चूरू जिला संघ में साबित करेंगे. जिस दिन आरसीए चुनाव का नोटिस जारी होगा उस दिन बाकी जिला संघ के साथ बैठकर बातचीत करेंगे और समन्वय बनाकर काम करेंगे.

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