राजसमंद. जिले के देलवाड़ा थाना क्षेत्र के गोड़वा गांव में घर के आंगन में सो रही मां की बगल से 2 साल के मासूम बच्चे को पैंथर उठा ले गया. गुरुवार सुबह से ही वन विभाग व प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई और शव की तलाश के लिए जंगल में वनकर्मी, पुलिस व प्रशासन के कार्मिक पहुंचे, तो जंगल में दो किमी. दूर शव के कुछ अवशेष टुकड़े-टुकड़े में मिले, जिसकी पोटली बनाकर उठा ले आए. इंसानी खून मुंह के लगने से पैंथर के फिर हमला करने की शंका है. ऐसे में ऐहतियात के तौर पर वनकर्मी 24 घंटे के लिए तैनात कर दिए हैं और ग्रामीणों को भी अलर्ट कर दिया है. साथ ही पैंथर के रेस्क्यू के लिए तीन पिंजरे लगाए हैं. ट्रेकिंग के लिए 15 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, ताकि पैंथर को पकड़ा जा सके.
उपवन संरक्षक राजसमंद सुदर्शन शर्मा ने बताया कि उदयपुर के कैलाशपुरी के पास सरेखुर्द पंचायत के भीमावतों की भागल निवासी सुरेशी देवी पत्नी केसु गमेती उसकी बहन के घर गोडवा गांव गई थी. वह उसके जीजा वालुराम भील, बहन व बच्चों के साथ घर के आंगन में सो रही थी. रात करीब 3 बजे पैंथर आया और उसके बगल में सो रहे दो साल के नीतेश को उठा ले गया. बच्चे को पकड़ कर पैंथर जंगल में भाग गया, तभी सुरेशी बाई की जागने के साथ चीख निकल पड़ी.
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लोगों ने पैंथर को जंगल की ओर तलाशने की कोशिश की, लेकिन पैंथर का पता नहीं चल सका. बाद में देलवाड़ा थाने से थाना प्रभारी कमलेंद्र सिंह, उप निरीक्षक इतवारीलाल राजोरिया मय जाब्ते के घटना स्थल पर पहुंचे. वन विभाग से भी टीम मौके पर पहुंची. एएसपी महेंद्र पारीक, नाथद्वारा डीएसपी दिनेश सुखवाल व नाथद्वारा उपखंड अधिकारी भी पहुंचे. गोडवा गांव से करीब दो किलोमीटर दूर शव के कुछ अवशेष मिले, जिसमें उसका सिर, एक अंगूली और कुछ पेट के अंश मिले हैं. अवशेषों को पुलिस ने एकत्र कर लिया है.
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शव का पोस्टमार्टम: सुरेशी बाई के दो बच्चे हैं. दोनों ही बच्चे उसके अगल-बगल में सो रहे थे. तभी घर के पिछवाड़े से पैंथर आया और मासूम बच्चे को उठा ले गया. सुरेशी बाई मूल रूप से उदयपुर के कैलाशपुरी के सूखेर थाना क्षेत्र के सरेखुर्द ग्राम पंचायत के भीमावतों की भागल की निवासी है. घटना के वक्त वह दोनों बेटों के साथ उसकी बहन के घर गोडवा आई हुई थी. जबकि उसका पति केशु गमेती पहले से वहां मौजूद था. परिवार की मौजूदगी में देलवाड़ा अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम किया गया.