पन्ना: पिछले दिनों बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में कई जंगली हाथियों की असमय मौत से सबक लेते हुए पन्ना टाइगर रिजर्व में खास सतर्कता बरती जा रही है. बांधवगढ़ में जहरीली वस्तु के सेवन से हाथियों की मौत की बात सामने आई थी, जिसके बाद पन्ना टाइगर रिजर्व में 19 कैंप हाथियों की डाइट व दैनिक दिनचर्या पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है. यहां हाथियों को जो डाइट दी जा रही है वह वन्य प्राणी चिकित्सकों की निगरानी में दी जा रही है.
हाथियों की डायट, दवा सब पर निगरानी
पन्ना टाइगर रिजर्व की क्षेत्र संचालक अंजना सुचिता तिर्की ने बताया, '' पन्ना टाइगर रिजर्व में किसी जंगली हाथी का आवागमन नहीं है. यहां पर 19 हाथी कैंप पर निवासरत हैं, जिनका उपयोग जंगल में बाघों की पेट्रोलिंग, निगरानी व रेस्क्यू में किया जाता. इन हाथियों का उपयोग पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों की देखरेख के लिए होता है. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में जो जंगली हाथियों की मौत हुई है उससे सावधानी बरतते हुए यहां 19 हाथियों को जो भी डाइट दी जाती है वह वन्य प्राणी चिकित्सक की देखरेख में दी जा रही है और इन हाथियों को पन्ना टाइगर रिजर्व के बाहर कहीं भी चराने के लिए नहीं छोड़ा जाता, जिससे किसी भी प्रकार की प्रेस्टिफाइड फसल या फंगस लगी फसल को खाकर कोई हादसा न हो. जो दवाइयां हाथियों को दी जाती हैं वह भी वन प्राणी चिकित्सक व अधिकारियों की निगरानी में दी जा रही है.''
ऐसा है हाथियों का डायट प्लान
पन्ना टाइगर रिजर्व की वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. एस .के गुप्ता ने बताया, '' पन्ना टाइगर रिजर्व में कुल 19 हाथी हैं जिसमें 7 वयस्क, 6 अर्धवयस्क हाथी है. वहीं 6 हाथी छोटो हैं. कुल 5 नर और 14 मादा हाथी हैं, जिसमें वयस्क हाथी को प्रतिदिन 4 किलो आटा, 4 किलो मोटा चावल, 2 किलो चने का आटा, 200 ग्राम नमक, 1 किलो गुड़, 20 से 25 ग्राम हल्दी, 200 ग्राम मीठा तेल डाइट में दिया जाता है.
उम्रदाराज हथनी वत्सला का रखा जा रहा विशेष ध्यान
बता दें कि पन्ना टाइगर रिजर्व में दुनिया की सबसे उम्रदराज हथिनी वत्सला निवासरत है, उसका भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है. पन्ना टाइगर रिजर्व की क्षेत्र संचालक अंजना सुचिता तिर्की ने बताया, '' हथिनी वत्सला का मूवमेंट हाथी कैंप हिनौता में ही रहता है. उसे बहुत ज्यादा चलाया भी नहीं जाता है क्योंकि वह बहुत उम्रदाराज हो गई है और उसे विशेष महावत की निगरानी में रखा जाता है. उसकी डाइट में दलिया समय पर दिया जाता है और जो उसकी दवाइयां है वह पन्ना टाइगर रिजर्व की वन्य प्राणी चिकित्सक की निगरानी में दी जाती हैं.''