पन्ना : पन्ना टाइगर रिजर्व के घने जंगलों के बीच में बसा है मझगवां एनएमडीसी गांव. यहां पर भोलेनाथ का एक मंदिर है जो सैकड़ों बरस पुराना है. भोलेनाथ का ये मंदिर पन्ना से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जहां पर श्रद्धालु दूर-दूर से दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. इस मंदिर को दिव्य और अलौकिक माना जाता है.
मंदिर के पुजारी राजाराम द्विवेदी बताते हैं कि "यह मंदिर सैकड़ों बरसों पुराना है. यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु अपनी मनोकामना लेकर आते हैं और उनकी मनोकामना पूर्ण भी होती है. यह शिवलिंग बहुत पुराना है और दिव्या है इस शिवलिंग के ऊपर तांबे के नाग देवता विराजमान हैं और इसके दर्शन मात्र से लोगों के कष्ट कट जाते हैं. शिवरात्रि पर यहां पर विशेष आयोजन होता है जिसमें इस बार 26 फरवरी को कार्यक्रम किया जा रहा है. वहीं, 27 फरवरी को भंडारा होगा जिसमें मझगवां, हिनौता, बड़ोर, दरेरा अन्य गांव से श्रद्धालु यहां पर बड़ी संख्या में पहुंचते हैं."
मंदिर में श्रद्धालु करते हैं अनुष्ठान
यह मंदिर पन्ना टाइगर रिजर्व के अंदर स्थित है जो हिनौता गांव में आता है और यहीं पर पन्ना टाइगर रिजर्व का दूसरा गेट भी है. इससे पर्यटक टाइगर का दीदार करने यहीं से गुजरते हैं. भोलेनाथ के मंदिर में श्रद्धालु दूर-दूर से आकर अनुष्ठान करते हैं और अपनी मनोकामना पूरी होने पर यहां पर रामायण पाठ, राम धुन एवं अन्य धार्मिक अनुष्ठान करते हैं. इसके बाद उनके द्वारा भंडारे का भी आयोजन किया जाता है.
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अलौकिक शिवलिंग
भोलेनाथ का यह मंदिर सैकड़ों वर्षों पुराना है और यहां पर विराजमान भोलेनाथ का शिवलिंग दिव्य एवं अलौकिक है, जिसमें तांबे के नाग देवता विराजमान हैं इसके दर्शन मात्र से श्रद्धालुओं के सभी पाप कट जाते हैं. इसलिए इस मंदिर में दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं.
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