पन्ना: जिले के पवई विकासखंड में स्थित पन्ना टाइगर रिजर्व के अंतर्गत आने वाले चांद वाटरफॉल की सुंदरता बरसात के मौसम में देखते ही बनती है. यह वाटरफॉल पूरे जिले के लिए पिकनिक स्पॉट बना हुआ है. कल कल करता हुआ झरने का पानी दूध एवं चांदी जैसा प्रतीत होता है. चांद वाटरफॉल पन्ना जिले से लगभग 70 किलोमीटर दूर एवं पवई से 12 किलोमीटर दूर पन्ना कटनी मार्ग पर स्थित है. यह पन्ना टाइगर रिजर्व से घिरे हुए जंगलों के बगल में स्थित है. जंगलों की पहाड़ी इलाकों से आते पानी से झरना निर्मित होता है. यह झरना लगभग 300 मीटर की ऊंचाई से नीचे गिरता है और अपने आप में मनमोहन नजर आता है.
वाटरफॉल का नाम चांद वॉटरफॉल क्यों पड़ा
पन्ना जिले में स्थित चांद वाटरफॉल बहुत ही सुंदर माना जाता है. क्योंकि यह पन्ना टाइगर रिजर्व के अंतर्गत आता है और इसका पानी दूध एवं चांदी जैसा सफेद होने के कारण इसका नाम चांद वॉटरफॉल पड़ा है. जंगलों के बीच से आते पानी और 300 मीटर की गहराई से गिरते झरने को देखते ही बनता है. पानी सफेद दूध जैसा चांदी जैसा प्रतीत होता है, इसलिए इस वाटरफॉल का नाम चांद वाटरफॉल पड़ा है. यह झरना मुख्य मार्ग से सड़क से भी दिखाई देता है, इसको देखकर पर्यटक एवं यात्री आनंदित हो जाते हैं.
पिकनिक स्पॉट
चांद वाटरफॉल पवई से लगभग 12 किलोमीटर दूर पन्ना कटनी मार्ग पर स्थित है और जो मुख्य सड़क से दिखाई देता है. यह दृश्य अपने आप में मनमोहक एवं रोमांचित करने वाला होता है, क्योंकि 300 मीटर की ऊंचाई से झरना जब नीचे गिरता है तो पानी दूध एवं चांदी जैसा सफेद दिखाई देता है. चांद वाटरफॉल पिकनिक स्पॉट के नाम से पूरी जिले में प्रसिद्ध है. लोग पिकनिक मनाने के लिए इसी वाटरफॉल का चयन करते हैं. बगल में सुंदर जंगल एवं कल कल करता हुआ झरना पर्यटकों को रोमांचित करता है.