लखनऊ: बहराइच, सीतापुर और लखीमपुर के तराई इलाकों में जंगली जानवरों का आतंक अभी थमा भी नहीं है कि अब तेंदुए ने लखनऊ में दस्तक दे दी है. शहर के कुकरैल स्थित पिकनिक स्पॉट के आसपास रात में तेंदुआ देखने की खबर फैलने के बाद लोगों में दहशत पैदा हो गई है. न्यू नर्सरी के पास तेंदुए को देखे जाने की सूचना के बाद वन विभाग की टीम एक्टिव है. हालांकि अभी वन विभाग के अधिकारी इस क्षेत्र में तेंदुआ है या नहीं, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं कर पा रहे हैं, पर एहतियात के तौर पर आसपास के लोगों से सतर्क रहने की अपील जरूर की है.
पुलिस पीआरवी की सूचना के बाद तलाश में जुटीं टीमें: कुकरैल के डिप्टी रेंजर अरिजीत जोशी ने बताया कि रात्रि गश्त के दौरान करीब तीन बजे पुलिस की पीआरवी ने कुकरैल क्षेत्र में तेंदुआ देखने की बात कही है. वन विभाग को इसकी सूचना मिली तो कई टीमों को सर्च ऑपरेशन में लगा दिया गया है. तेंदुए की तेजी से तलाश जारी है. वन विभाग के अधिकारी लोगों से कुकरैल जंगल की तरफ न जाने की सलाह दे रहे हैं. डीएफओ सितांशु पांडेय ने बताया कि तेंदुए की खोजबीन जारी है. इसके लिए अलग-अलग टीमें लगाई गई हैं. हालांकि अभी तक तेंदुए के होने की पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन इसमें कोताही नहीं बरती जा सकती, इसलिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है.
इससे पहले भी राजधानी में देखा गया है तेंदुआ: इससे पहले लखनऊ में तेंदुए के दाखिल होने की बात करें तो पहली बार 24 दिसंबर 2021 को इसे देखा गया था. 25 दिसंबर की रात 12.00 बजे के बाद आदिल नगर और कल्याणपुर में तेंदुए की मौजूदगी रही. चार दिन तक लखनऊ में ही तेंदुआ घूमता रहा. दिसंबर 2021 में ही लखनऊ के गुडंबा इलाके के पहाड़पुर और कल्याणपुर में तेंदुआ देखा गया. तेंदुआ ने वन विभाग की टीम के एक सदस्य समेत तीन लोगों को घायल भी किया था. जुलाई 2023 में लखनऊ के गुडंबा इलाके के पास वन क्षेत्र की दीवार पर तेंदुए को देखा गया था. 28 दिसंबर 2021 को लखनऊ की सीमा पर कठवारा के जंगल में तेंदुए का जोड़ा देखा गया था.
शहीद पथ पर वाहनों ने कुचल दिया तेंदुए को: 15 नवंबर 2023 को शहीद पथ पर वाहनों से कुचला हुआ तेंदुआ मिला था. उतरेटिया से अंबेडकरनगर यूनिवर्सिटी की ओर जा रही शहीद पथ की सड़क पर एल्डिको के पास जब तेंदुआ लेटा हुआ दिखा तो लोगों के होश उड़ गए. कुछ लोगों ने हिम्मत जुटाई और तेंदुए के पास पहुंचे. पता चला कि तेंदुआ मर चुका है. उसके शरीर पर गहरे जख्म के निशान थे. भारी वाहन ने उसे टक्कर मार दी थी.