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अपहरण के बाद 18 साल तक जंजीरों में फंसी रही जिंदगी, भेड़-बकरियां चराई, छूटने के बाद कर रहा परिजनों की तलाश - Panchkula youth kidnapped

Panchkula Youth Kidnapped: पंचकूला से अपहरण का एक मामला सामने आया है. जहां एक युवक ने 17-18 साल जंजीरों में काटे हैं. युवक ने पुलिस को बताया कि उसे 17-18 साल पहले एक व्यक्ति ने उसका अपहरण कर लिया था. जिसके बाद उसे जंजीरों से बांधकर रखा गया और उससे भेड़-बकरियां चराने का काम दे दिया. वहीं, युवक ने बताया कि उसके साथ अमानवीय व्यवहार भी किया गया.

Panchkula Youth Kidnapped
Panchkula Youth Kidnapped (ईटीवी भारत चंडीगढ़)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Jun 23, 2024, 7:35 PM IST

Panchkula Youth Kidnapped (ईटीवी भारत चंडीगढ़ डेस्क)

चंडीगढ़: पंचकूला के एक युवक ने अपनी जिंदगी के 17-18 साल बिना किसी कसूर के जंजीरों में काटे हैं. 17-18 साल बाद एक ट्रक चालक इस युवक के लिए मसीहा बन गया. जब उसने इस युवक की हालत देख ली और उसे जंजीरों से आजाद करवा लिया. दरअसल, जब एक ट्रक चालक को त युवक की कहानी का पता चला तो वह युवक को अपने ट्रक में बैठाकर राजस्थान से पंचकूला लेकर आ गया. जिसके बाद ट्रक चालक ने युवक को पंचकूला पुलिस थाने में मदद लेने के लिए भेजा. थाने का पता पूछते हुए युवक पंचकूला थाने 5 पहुंचा. जहां थाना प्रभारी रुपेश चौधरी से युवक की मुलाकात हुई. रुपेश चौधरी ने युवक से बातचीत की और पुलिस अब युवक को उसके परिजनों से मिलाने की कोशिश कर रही है.

जिंदगी के 18 साल जंजीरों से बंधा रहा युवक: युवक ने बताई आपबीती दरअसल, युवक ने बताया कि 17-18 साल पहले एक जगदीश नाम के व्यक्ति ने उसका अपहरण कर लिया और उसे अपने साथ राजस्थान लेकर चला गया. वहां पर युवक को भेड़-बकरियां चराने का काम दे दिया. जिसके बाद उसे शाम होते ही फिर भेड़ों की तरह जंजीरों से बांध दिया जाता था. युवक को भेड़-बकरियों वाला ही पानी पीने को दिया जाता था और बचा हुआ खाना उसे खिलाया जाता था. युवक की इस दशा का पता तब चला जब राजस्थान में भेड़-बकरियां छोड़ने गए ट्रक चालक की मुलाकात इस युवक से हुई.

ट्रक चालक बना मसीहा: ट्रक चालक ने देखा कि यह युवक जंजीरों में बंधा हुआ है. इसके बाद ट्रक चालक ने युवक से पूछा तो उसने अपनी आपबीती उस ट्रक चालक को सुना दी. जिसके बाद चालक ने उसकी मदद करते हुए उसे कैद से छुड़ाया और ट्रक में राजस्थान से बैठा कर अपने साथ पंचकूला लेकर आया. चालक ने युवक को पंचकूला पुलिस से मदद मांगने के लिए कहा. ट्रक ड्राइवर ने युवक के हाथ में चिट्ठी भी लिखकर दी है कि वह पंचकूला का है, लेकिन इसको अपने गांव माता-पिता का नाम नहीं मालूम और 17-18 साल पहले एक ड्राइवर इसे उठाकर राजस्थान ले गया था.

पुलिस कर रही परिजनों से मिलाने का प्रयास: दरअसल, बताया जा रहा है कि जिस समय युवक का अपहरण हुआ था, वह महज 11 साल का था. आज उसे न तो अपना नाम याद है और न ही किसी अपने को वह जानता है. उसे घर का गांव, शहर का नाम पता नहीं है. हालांकि पुलिस प्रयास कर रही है कि युवक को उसके परिजनों से जल्द मिलवाया जाए. पंचकूला सेक्टर-5 थाना प्रभारी रुपेश ने बताया कि कोई ट्रक ड्राइवर नेशनल हाईवे पर इसे छोड़कर चला गया. उसने युवक से कहा कि मीडिया तुम्हारी मदद करेगा और पुलिस तुम्हें घर पहुंचाएगी. वहीं, थाना प्रभारी रुपेश ने भी अपील की है कि यदि कोई भी इस युवक को पहचानता है तो वह सेक्टर 5 थाना में संपर्क कर सकता है.

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Panchkula Youth Kidnapped (ईटीवी भारत चंडीगढ़ डेस्क)

चंडीगढ़: पंचकूला के एक युवक ने अपनी जिंदगी के 17-18 साल बिना किसी कसूर के जंजीरों में काटे हैं. 17-18 साल बाद एक ट्रक चालक इस युवक के लिए मसीहा बन गया. जब उसने इस युवक की हालत देख ली और उसे जंजीरों से आजाद करवा लिया. दरअसल, जब एक ट्रक चालक को त युवक की कहानी का पता चला तो वह युवक को अपने ट्रक में बैठाकर राजस्थान से पंचकूला लेकर आ गया. जिसके बाद ट्रक चालक ने युवक को पंचकूला पुलिस थाने में मदद लेने के लिए भेजा. थाने का पता पूछते हुए युवक पंचकूला थाने 5 पहुंचा. जहां थाना प्रभारी रुपेश चौधरी से युवक की मुलाकात हुई. रुपेश चौधरी ने युवक से बातचीत की और पुलिस अब युवक को उसके परिजनों से मिलाने की कोशिश कर रही है.

जिंदगी के 18 साल जंजीरों से बंधा रहा युवक: युवक ने बताई आपबीती दरअसल, युवक ने बताया कि 17-18 साल पहले एक जगदीश नाम के व्यक्ति ने उसका अपहरण कर लिया और उसे अपने साथ राजस्थान लेकर चला गया. वहां पर युवक को भेड़-बकरियां चराने का काम दे दिया. जिसके बाद उसे शाम होते ही फिर भेड़ों की तरह जंजीरों से बांध दिया जाता था. युवक को भेड़-बकरियों वाला ही पानी पीने को दिया जाता था और बचा हुआ खाना उसे खिलाया जाता था. युवक की इस दशा का पता तब चला जब राजस्थान में भेड़-बकरियां छोड़ने गए ट्रक चालक की मुलाकात इस युवक से हुई.

ट्रक चालक बना मसीहा: ट्रक चालक ने देखा कि यह युवक जंजीरों में बंधा हुआ है. इसके बाद ट्रक चालक ने युवक से पूछा तो उसने अपनी आपबीती उस ट्रक चालक को सुना दी. जिसके बाद चालक ने उसकी मदद करते हुए उसे कैद से छुड़ाया और ट्रक में राजस्थान से बैठा कर अपने साथ पंचकूला लेकर आया. चालक ने युवक को पंचकूला पुलिस से मदद मांगने के लिए कहा. ट्रक ड्राइवर ने युवक के हाथ में चिट्ठी भी लिखकर दी है कि वह पंचकूला का है, लेकिन इसको अपने गांव माता-पिता का नाम नहीं मालूम और 17-18 साल पहले एक ड्राइवर इसे उठाकर राजस्थान ले गया था.

पुलिस कर रही परिजनों से मिलाने का प्रयास: दरअसल, बताया जा रहा है कि जिस समय युवक का अपहरण हुआ था, वह महज 11 साल का था. आज उसे न तो अपना नाम याद है और न ही किसी अपने को वह जानता है. उसे घर का गांव, शहर का नाम पता नहीं है. हालांकि पुलिस प्रयास कर रही है कि युवक को उसके परिजनों से जल्द मिलवाया जाए. पंचकूला सेक्टर-5 थाना प्रभारी रुपेश ने बताया कि कोई ट्रक ड्राइवर नेशनल हाईवे पर इसे छोड़कर चला गया. उसने युवक से कहा कि मीडिया तुम्हारी मदद करेगा और पुलिस तुम्हें घर पहुंचाएगी. वहीं, थाना प्रभारी रुपेश ने भी अपील की है कि यदि कोई भी इस युवक को पहचानता है तो वह सेक्टर 5 थाना में संपर्क कर सकता है.

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