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नूंह के इस गांव में बनना था पशु अस्पताल, बना दिया कहीं और... पंचायत विभाग की लापरवाही या भ्रष्टाचार ? - PANCHAYAT DEPARTMENT NUH

पशुपालन और पंचायत विभाग के अधिकारियों की लापरवाही और संभावित भ्रष्टाचार का गंभीर मामला सामने आया है.

पंचायत विभाग की लापरवाही
पंचायत विभाग की लापरवाही (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Jan 17, 2025, 7:27 PM IST

Updated : Jan 17, 2025, 8:42 PM IST

नूंह: जिले में पशुपालन और पंचायत विभाग के अधिकारियों की लापरवाही और संभावित भ्रष्टाचार का गंभीर मामला प्रकाश में आया है. वर्ष 2023 में सरकार ने सुल्तानपुर पुन्हाना गांव के लिए 32 लाख रुपये की लागत से पशु अस्पताल के निर्माण की स्वीकृति दी थी. अस्पताल का निर्माण सुल्तानपुर पुन्हाना में न करके, गलत तरीके से नगीना खंड के सुल्तानपुर नगीना गांव में कर दिया गया. सरकारी रिकार्ड में सुल्तानपुर पुन्हाना गांव के लिए स्वीकृत अस्पताल को निर्माणाधीन दिखाया गया है, जबकि यह अस्पताल नगीना के सुल्तानपुर गांव में बना है. सुल्तानपुर पुन्हाना की भूमि अब भी खाली पड़ी हुई है.

पंचायत राज विभाग के कार्यकारी अभियंता की ओर से नूंह के उपनिदेशक को पत्र भेजा गया, जिसमें नगीना के सुल्तानपुर गांव में बनी अस्पताल की इमारत का निरीक्षण और अधिग्रहण करने का निर्देश दिया गया, लेकिन यह स्पष्ट है कि सुल्तानपुर पुन्हाना के लिए मंजूर अस्पताल का निर्माण इस स्थान पर किया जाना चाहिए था. निर्माण स्थल की निगरानी और गुणवत्ता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी जिन अधिकारियों की थी, उन्होंने अपनी जिम्मेदारी का सही तरीके से निर्वहन नहीं किया. जबकि 10 अगस्त 2018 को जारी आदेश के अनुसार, किसी भी पशु अस्पताल या डिस्पेंसरी की इमारत निर्माण प्रक्रिया की निगरानी और गुणवत्ता सुनिश्चित करना संबंधित जिले के उप निदेशक और उप मंडलीय अधिकारी का दायित्व था. इसके बावजूद, निर्माण के स्थान का मनमाना परिवर्तन और सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया, जो कि पंचायत राज अधिनियम और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों का गंभीर उल्लंघन है.

पंचायत विभाग की लापरवाही (ETV Bharat)

ग्रामीणों ने की दोषियों पर कार्रवाई की मांग : ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि यह गड़बड़ी अधिकारियों की लापरवाही और सांठगांठ का परिणाम है. उन्होंने मांग की है कि मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए. साथ ही, उन्होंने सरकार से अपील की है कि सुल्तानपुर पुन्हाना में स्वीकृत स्थल पर जल्द से जल्द अस्पताल का निर्माण पूरा कराया जाए.

ग्रामीण बोले- हमें अपना अस्पताल दे दो : ग्रामीणों ने चेताया कि यदि इस मामले में शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो वो न्यायालय का दरवाजा भी खटखटा सकते हैं. बता दें कि जांच में स्पष्ट हो जाएगा कि यह मामला सरकारी राशि और संसाधनों के दुरुपयोग का गंभीर उदाहरण है. हरियाणा सरकार को निष्पक्ष जांच सुनिश्चित कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. साथ में सुल्तानपुर पुन्हाना में स्वीकृत अस्पताल के निर्माण को पूरा कराने के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए.

क्या बोले पशु पालन विभाग के अधिकारी : तावडू पशुपालन विभाग के एसडीओ डॉ. सुनील ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि पशु चिकित्सालय खंड पुन्हाना के सुल्तानपुर गांव में बनना था, जिसे पंचायत विभाग ने सुल्तानपुर नगीना में बना दिया. बनाने की शुरुआत से लेकर अंत तक पशुपालन विभाग से किसी प्रकार की कोई जानकारी पंचायत विभाग द्वारा नहीं ली गई. यह लापरवाही पशुपालन विभाग की नहीं बल्कि पंचायत विभाग की है. जिसकी वजह से यह अस्पताल गलत जगह पर बना दी गई. उन्होंने यह भी कहा कि इस गांव में पशुपालन विभाग का कोई पद स्वीकृत नहीं है.

क्या बोले सुल्तानपुर नगीना गांव के ग्रामीण : सुल्तानपुर नगीना गांव के लोगों ने कहा कि उन्हें मीडिया में समाचार प्रकाशित होने के बाद पता चला कि यह सुल्तानपुर पुन्हाना में बनना था, जिसे उनके गांव में बना दिया गया है. उन्होंने कहा कि जब बन गया है तो इसमें सुविधा भी दी जानी चाहिए. फिलहाल इस भवन में गांव के गरीब परिवार रह रहे हैं. जिनके पास अपने मकान नहीं हैं. पशुपालन विभाग ने अब इस भवन को लेने से साफ इनकार कर दिया है.

इसे भी पढ़ें : हरियाणा सरकार ने तैयार की 370 भ्रष्ट पटवारियों की लिस्ट, सबसे अधिक भ्रष्टाचारी कैथल में, जल्द गिरेगी गाज

नूंह: जिले में पशुपालन और पंचायत विभाग के अधिकारियों की लापरवाही और संभावित भ्रष्टाचार का गंभीर मामला प्रकाश में आया है. वर्ष 2023 में सरकार ने सुल्तानपुर पुन्हाना गांव के लिए 32 लाख रुपये की लागत से पशु अस्पताल के निर्माण की स्वीकृति दी थी. अस्पताल का निर्माण सुल्तानपुर पुन्हाना में न करके, गलत तरीके से नगीना खंड के सुल्तानपुर नगीना गांव में कर दिया गया. सरकारी रिकार्ड में सुल्तानपुर पुन्हाना गांव के लिए स्वीकृत अस्पताल को निर्माणाधीन दिखाया गया है, जबकि यह अस्पताल नगीना के सुल्तानपुर गांव में बना है. सुल्तानपुर पुन्हाना की भूमि अब भी खाली पड़ी हुई है.

पंचायत राज विभाग के कार्यकारी अभियंता की ओर से नूंह के उपनिदेशक को पत्र भेजा गया, जिसमें नगीना के सुल्तानपुर गांव में बनी अस्पताल की इमारत का निरीक्षण और अधिग्रहण करने का निर्देश दिया गया, लेकिन यह स्पष्ट है कि सुल्तानपुर पुन्हाना के लिए मंजूर अस्पताल का निर्माण इस स्थान पर किया जाना चाहिए था. निर्माण स्थल की निगरानी और गुणवत्ता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी जिन अधिकारियों की थी, उन्होंने अपनी जिम्मेदारी का सही तरीके से निर्वहन नहीं किया. जबकि 10 अगस्त 2018 को जारी आदेश के अनुसार, किसी भी पशु अस्पताल या डिस्पेंसरी की इमारत निर्माण प्रक्रिया की निगरानी और गुणवत्ता सुनिश्चित करना संबंधित जिले के उप निदेशक और उप मंडलीय अधिकारी का दायित्व था. इसके बावजूद, निर्माण के स्थान का मनमाना परिवर्तन और सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया, जो कि पंचायत राज अधिनियम और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों का गंभीर उल्लंघन है.

पंचायत विभाग की लापरवाही (ETV Bharat)

ग्रामीणों ने की दोषियों पर कार्रवाई की मांग : ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि यह गड़बड़ी अधिकारियों की लापरवाही और सांठगांठ का परिणाम है. उन्होंने मांग की है कि मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए. साथ ही, उन्होंने सरकार से अपील की है कि सुल्तानपुर पुन्हाना में स्वीकृत स्थल पर जल्द से जल्द अस्पताल का निर्माण पूरा कराया जाए.

ग्रामीण बोले- हमें अपना अस्पताल दे दो : ग्रामीणों ने चेताया कि यदि इस मामले में शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो वो न्यायालय का दरवाजा भी खटखटा सकते हैं. बता दें कि जांच में स्पष्ट हो जाएगा कि यह मामला सरकारी राशि और संसाधनों के दुरुपयोग का गंभीर उदाहरण है. हरियाणा सरकार को निष्पक्ष जांच सुनिश्चित कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. साथ में सुल्तानपुर पुन्हाना में स्वीकृत अस्पताल के निर्माण को पूरा कराने के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए.

क्या बोले पशु पालन विभाग के अधिकारी : तावडू पशुपालन विभाग के एसडीओ डॉ. सुनील ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि पशु चिकित्सालय खंड पुन्हाना के सुल्तानपुर गांव में बनना था, जिसे पंचायत विभाग ने सुल्तानपुर नगीना में बना दिया. बनाने की शुरुआत से लेकर अंत तक पशुपालन विभाग से किसी प्रकार की कोई जानकारी पंचायत विभाग द्वारा नहीं ली गई. यह लापरवाही पशुपालन विभाग की नहीं बल्कि पंचायत विभाग की है. जिसकी वजह से यह अस्पताल गलत जगह पर बना दी गई. उन्होंने यह भी कहा कि इस गांव में पशुपालन विभाग का कोई पद स्वीकृत नहीं है.

क्या बोले सुल्तानपुर नगीना गांव के ग्रामीण : सुल्तानपुर नगीना गांव के लोगों ने कहा कि उन्हें मीडिया में समाचार प्रकाशित होने के बाद पता चला कि यह सुल्तानपुर पुन्हाना में बनना था, जिसे उनके गांव में बना दिया गया है. उन्होंने कहा कि जब बन गया है तो इसमें सुविधा भी दी जानी चाहिए. फिलहाल इस भवन में गांव के गरीब परिवार रह रहे हैं. जिनके पास अपने मकान नहीं हैं. पशुपालन विभाग ने अब इस भवन को लेने से साफ इनकार कर दिया है.

इसे भी पढ़ें : हरियाणा सरकार ने तैयार की 370 भ्रष्ट पटवारियों की लिस्ट, सबसे अधिक भ्रष्टाचारी कैथल में, जल्द गिरेगी गाज

Last Updated : Jan 17, 2025, 8:42 PM IST
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