पलामू: पलामू और चतरा में हुए मुठभेड़ के बाद प्रतिबंधित नक्सली संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी के कमांडर आपस में बिखर गए. बिखरे हुए नक्सली आपस में मिलने एवं संगठन को एकजुट करने की कोशिश कर रहे थे. नक्सलियों की इस कदम की जानकारी पलामू पुलिस को मिल गई. जिसके बाद पलामू पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए टीएसपीसी के तीन टॉप कमांडरों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से एके-47, एके-47 की 72 गोलियां, एक देसी पिस्टल और एक कट्टा बरामद हुआ है.
कार्रवाई के दौरान टीएसपीसी के टॉप कमांडर प्रेम गंझू, संतु उर्फ शैलेन्द्र, हेमंत उर्फ श्रवण उरांव को गिरफ्तार किया गया है. हेमंत बिहार के रोहतास का रहने वाला है. पलामू पुलिस को सूचना मिली थी कि टीएसपीसी के नक्सली पलामू के पांकी थाना क्षेत्र के कारीमाटी में एकजुट होने वाले हैं. इसी सूचना के आलोक में एएसपी राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में सर्च अभियान चलाया गया है. इसी सर्च अभियान में पुलिस को सफलता मिली है. पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि गिरफ्तार तीनों नक्सली पलामू चतरा और लातेहार में कई घटनाओं के आरोपी हैं.
गिरफ्तार नक्सली चतरा में पोस्ता की खेती के खिलाफ अभियान के दौरान हमला किया था. उस हमले में पुलिस के दो जवान शहीद हुए थे. वहीं गिरफ्तार नक्सलियों पर आरोप है कि चतरा में पिता पुत्र की हत्या की थी. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली कुछ दिन पहले चतरा और पलामू में हुए मुठभेड़ के बाद बिखर गए थे. बिखरे हुए नक्सली टीएसपीसी के टॉप कमांडर आक्रमण गंझू के नेतृत्व में आपस में मिलना चाहते थे. पुलिस के सर्च अभियान में एसडीपीओ लेस्लीगंज मनोज कुमार झा, पाखी थाना प्रभारी राजेश रंजन, मानती थाना प्रभारी निर्मल उरांव शामिल थे.
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