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झारखंड, बिहार और यूपी तक फैला है इलीगल आर्म्स का नेटवर्क, चुनाव की घोषणा के बाद से पलामू में जब्त हुए हैं सबसे अधिक हथियार - Illegal weapons network - ILLEGAL WEAPONS NETWORK

Palamu illegal weapons network. पलामू के अवैध हथियारों का नेटवर्क झारखंड से लेकर बिहार और यूपी तक फैला हुआ है. पुलिस की कार्रवाई में इसका खुलासा हुआ है. लोकसभा चुनाव के बाद से पुलिस ने अबतक 20 से भी ज्यादा देशी कट्टा और बंदुकें बरामद की हैं.

Palamu illegal weapons network
Palamu illegal weapons network
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Apr 12, 2024, 2:18 PM IST

Updated : Apr 12, 2024, 3:02 PM IST

पलामू: लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद अवैध हथियारों के नेटवर्क के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है. इस कार्रवाई के बीच पुलिस को अवैध हथियारों के नेटवर्क के बारे में बड़ी जानकारी मिली है. हथियार तस्करी का नेटवर्क झारखंड, बिहार, यूपी और छत्तीसगढ़ तक फैला हुआ है. लोकसभा चुनाव के बाद पलामू पुलिस अवैध हथियारों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. इस मामले में पलामू पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद झारखंड के पलामू इलाके में सबसे ज्यादा हथियार बरामद किये गये हैं. एसपी रिष्मा रमेशन ने इसकी जानकारी दी है.

लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद से पुलिस ने 12 देशी कट्टा, एक देशी रिवाल्वर, एक भरठुआ बंदूक, एक कार्बाइन, छह एसएलआर मैगजीन, तीन एलएमजी मैगजीन, एक 9 एमएम पिस्टल, 18 नन इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर, 9 इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर बरामद किया है. इसके अलावा सात गोलियां बरामद की गई हैं.

"लोकसभा चुनाव को लेकर आठ इंटर स्टेट चेक पोस्ट बनाये गये हैं. पुलिस लगातार अभियान चला रही है, जिसमें उसे सफलता भी मिली है. अवैध हथियारों के नेटवर्क के खिलाफ पलामू पुलिस को बड़ी जानकारी मिली है, जिसके बाद पुलिस की विशेष टीमें कई इलाकों में कार्रवाई कर रही हैं. - रिष्मा रमेशन, पलामू एसपी"

देसी कट्टा का सबसे बड़ा कारोबार

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, हथियार तस्करों का नेटवर्क कई राज्यों तक फैला हुआ है. बिहार, यूपी, छत्तीसगढ़ के इलाकों में ऑटोमैटिक पिस्टल पहुंच रही हैं. हथियारों में देशी कट्टा का कारोबार सबसे ज्यादा है. 2022 में, पलामू पुलिस ने विभिन्न अभियानों में 32 हथियार जब्त किए थे, जिनमें से 24 देशी कट्टा था. 2023 में पुलिस ने 41 हथियार जब्त किये थे. जिसमें 23 देशी कट्टा था. पुलिस की कार्रवाई से पता चला है कि देशी कट्टा का निर्माण स्थानीय स्तर पर किया जा रहा है.

"पलामू क्षेत्र शुरू से ही अवैध हथियारों के लिए मशहूर रहा है. देशी कट्टा चार से पांच हजार रुपये में मिल जाता है. वहीं एक ऑटोमैटिक पिस्टल के लिए 50 हजार से 2 लाख रुपये तक खर्च करने पड़ते हैं." - एसएन सिंह, सेवानिवृत्त पुलिस पदाधिकारी

इंटर स्टेट मीटिंग में शेयर की गई लिस्ट

अवैध हथियारों के नेटवर्क के खिलाफ झारखंड, बिहार यूपी की पुलिस संयुक्त कार्रवाई कर रही है. हाल ही में लोकसभा चुनाव को लेकर झारखंड, बिहार यूपी के आला अधिकारियों के बीच बैठक हुई थी. इस बैठक में हथियार और उससे जुड़े नेटवर्क के बारे में जानकारी साझा की गई थी.

यह भी पढ़ें: पलामू में अवैध हथियार के साथ छह अपराधी गिरफ्तार, छानबीन में जुटी पुलिस - Six Criminals Arrested In Palamu

यह भी पढ़ें: 10 वर्षों से हथियारों की खेप नक्सलियों को सप्लाई कर रहे हैं बिहार के तस्कर, गिरफ्तार तस्करों ने पूछताछ में किए अहम खुलासे - Supplying Arms To Naxalites

यह भी पढ़ें: पलामू में दो अपराधी गिरफ्तार, अवैध तरीके से हथियार खरीदने और बेचने का करते थे काम - Selling weapons illegally

पलामू: लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद अवैध हथियारों के नेटवर्क के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है. इस कार्रवाई के बीच पुलिस को अवैध हथियारों के नेटवर्क के बारे में बड़ी जानकारी मिली है. हथियार तस्करी का नेटवर्क झारखंड, बिहार, यूपी और छत्तीसगढ़ तक फैला हुआ है. लोकसभा चुनाव के बाद पलामू पुलिस अवैध हथियारों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. इस मामले में पलामू पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद झारखंड के पलामू इलाके में सबसे ज्यादा हथियार बरामद किये गये हैं. एसपी रिष्मा रमेशन ने इसकी जानकारी दी है.

लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद से पुलिस ने 12 देशी कट्टा, एक देशी रिवाल्वर, एक भरठुआ बंदूक, एक कार्बाइन, छह एसएलआर मैगजीन, तीन एलएमजी मैगजीन, एक 9 एमएम पिस्टल, 18 नन इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर, 9 इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर बरामद किया है. इसके अलावा सात गोलियां बरामद की गई हैं.

"लोकसभा चुनाव को लेकर आठ इंटर स्टेट चेक पोस्ट बनाये गये हैं. पुलिस लगातार अभियान चला रही है, जिसमें उसे सफलता भी मिली है. अवैध हथियारों के नेटवर्क के खिलाफ पलामू पुलिस को बड़ी जानकारी मिली है, जिसके बाद पुलिस की विशेष टीमें कई इलाकों में कार्रवाई कर रही हैं. - रिष्मा रमेशन, पलामू एसपी"

देसी कट्टा का सबसे बड़ा कारोबार

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, हथियार तस्करों का नेटवर्क कई राज्यों तक फैला हुआ है. बिहार, यूपी, छत्तीसगढ़ के इलाकों में ऑटोमैटिक पिस्टल पहुंच रही हैं. हथियारों में देशी कट्टा का कारोबार सबसे ज्यादा है. 2022 में, पलामू पुलिस ने विभिन्न अभियानों में 32 हथियार जब्त किए थे, जिनमें से 24 देशी कट्टा था. 2023 में पुलिस ने 41 हथियार जब्त किये थे. जिसमें 23 देशी कट्टा था. पुलिस की कार्रवाई से पता चला है कि देशी कट्टा का निर्माण स्थानीय स्तर पर किया जा रहा है.

"पलामू क्षेत्र शुरू से ही अवैध हथियारों के लिए मशहूर रहा है. देशी कट्टा चार से पांच हजार रुपये में मिल जाता है. वहीं एक ऑटोमैटिक पिस्टल के लिए 50 हजार से 2 लाख रुपये तक खर्च करने पड़ते हैं." - एसएन सिंह, सेवानिवृत्त पुलिस पदाधिकारी

इंटर स्टेट मीटिंग में शेयर की गई लिस्ट

अवैध हथियारों के नेटवर्क के खिलाफ झारखंड, बिहार यूपी की पुलिस संयुक्त कार्रवाई कर रही है. हाल ही में लोकसभा चुनाव को लेकर झारखंड, बिहार यूपी के आला अधिकारियों के बीच बैठक हुई थी. इस बैठक में हथियार और उससे जुड़े नेटवर्क के बारे में जानकारी साझा की गई थी.

यह भी पढ़ें: पलामू में अवैध हथियार के साथ छह अपराधी गिरफ्तार, छानबीन में जुटी पुलिस - Six Criminals Arrested In Palamu

यह भी पढ़ें: 10 वर्षों से हथियारों की खेप नक्सलियों को सप्लाई कर रहे हैं बिहार के तस्कर, गिरफ्तार तस्करों ने पूछताछ में किए अहम खुलासे - Supplying Arms To Naxalites

यह भी पढ़ें: पलामू में दो अपराधी गिरफ्तार, अवैध तरीके से हथियार खरीदने और बेचने का करते थे काम - Selling weapons illegally

Last Updated : Apr 12, 2024, 3:02 PM IST
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