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पाकुड़ में डायरिया पर काबू पाने का स्वास्थ्य विभाग ने किया दावा, सिविल सर्जन ने कहा- झरना का दूषित पानी पीने से ग्रामीण डायरिया की चपेट में आए थे - Diarrhea In Pakur

Diarrhea controlled in Pakur. पाकुड़ में डायरिया पर काबू पाने का दावा स्वास्थ्य विभाग ने किया है. सिविल सर्जन ने पूरे हालत पर जानकारी दी है. पाकुड़ के लिट्टीपाड़ा और अमड़ापाड़ा में डायरिया का प्रकोप फैला था.

Diarrhea In Pakur
पाकुड़ में डायरिया पीड़ित मरीज और जानकारी देते सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल. (फोटो-ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jun 11, 2024, 6:17 PM IST

पाकुड़: जिले के अमड़ापाड़ा और लिट्टीपाड़ा प्रखंड के दो गांव में फैले डायरिया पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने काबू पा लिया है. गांव में मेडिकल टीम कैंप कर रही है, ताकि अन्य ग्रामीण डायरिया की चपेट में न आएं. स्वास्थ्य विभाग की टीम एवं अन्य पदाधिकारी दोनों गांव पर नजर बनाए हुए हैं. यह जानकारी पाकुड़ सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल ने दी है.

पाकुड़ में डायरिया की स्थिति पर जानकारी देते सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल (वीडियो-ईटीवी भारत)

अमड़ापाड़ा प्रखंड के बड़ा बास्को के संथाली टोला में फैला था डायरिया

पत्रकार सम्मेलन में पाकुड़ सिविल सर्जन ने बताया कि अमड़ापाड़ा प्रखंड के बड़ा बास्को के संथाली टोला में कुल 47 ग्रामीण डायरिया की चपेट में थे. इसकी सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को प्रभावित गांव भेजा गया था. डायरिया पीड़ित 14 ग्रामीणों की स्थिति काफी खराब थी. जिन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया था, जबकि गांव में कैंप लगाकर 33 मरीजों का इलाज किया गया.

लिट्टीपाड़ा में भी पांच ग्रामीण डायरिया की चपेट में आए थे

सिविल सर्जन ने बताया कि लिट्टीपाड़ा प्रखंड के छोटा चटकम गांव में पांच ग्रामीण डायरिया की चपेट में आए थे. उन सभी को एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लिट्टीपाड़ा में भर्ती कराया गया था. इलाज के बाद सभी मरीज के स्वास्थ्य में सुधार है. सिविल सर्जन ने बताया कि कई मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार आने के बाद घर भेज दिया गया है.

सिविल सर्जन ने की जरूरी एहतियात बरतने की अपील

सिविल सर्जन ने बताया कि प्रभावित गांव में तालाब, नाला, झरना में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया और ग्रामीणों को घर, आंगन सहित आसपास को साफ-सुथरा रखने की अपील की गई है. साथ ही ग्रामीणों को झरना और कुआं का पानी उबालने के बाद ठंडा कर पीने की लाने की सलाह दी गई है. सिविल सर्जन ने बताया कि गर्मी को देखते हुए जिलेवासियों से सतर्क रहने की अपील स्वास्थ्य विभाग पूर्व में अपील की गई थी.

ये भी पढ़ें-

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झारखंड में बच्चों को डायरिया से बचाने के लिए दिए जाएंगे ओआरएस, अस्पतालों को किया गया अलर्ट

पाकुड़: जिले के अमड़ापाड़ा और लिट्टीपाड़ा प्रखंड के दो गांव में फैले डायरिया पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने काबू पा लिया है. गांव में मेडिकल टीम कैंप कर रही है, ताकि अन्य ग्रामीण डायरिया की चपेट में न आएं. स्वास्थ्य विभाग की टीम एवं अन्य पदाधिकारी दोनों गांव पर नजर बनाए हुए हैं. यह जानकारी पाकुड़ सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल ने दी है.

पाकुड़ में डायरिया की स्थिति पर जानकारी देते सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल (वीडियो-ईटीवी भारत)

अमड़ापाड़ा प्रखंड के बड़ा बास्को के संथाली टोला में फैला था डायरिया

पत्रकार सम्मेलन में पाकुड़ सिविल सर्जन ने बताया कि अमड़ापाड़ा प्रखंड के बड़ा बास्को के संथाली टोला में कुल 47 ग्रामीण डायरिया की चपेट में थे. इसकी सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को प्रभावित गांव भेजा गया था. डायरिया पीड़ित 14 ग्रामीणों की स्थिति काफी खराब थी. जिन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया था, जबकि गांव में कैंप लगाकर 33 मरीजों का इलाज किया गया.

लिट्टीपाड़ा में भी पांच ग्रामीण डायरिया की चपेट में आए थे

सिविल सर्जन ने बताया कि लिट्टीपाड़ा प्रखंड के छोटा चटकम गांव में पांच ग्रामीण डायरिया की चपेट में आए थे. उन सभी को एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लिट्टीपाड़ा में भर्ती कराया गया था. इलाज के बाद सभी मरीज के स्वास्थ्य में सुधार है. सिविल सर्जन ने बताया कि कई मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार आने के बाद घर भेज दिया गया है.

सिविल सर्जन ने की जरूरी एहतियात बरतने की अपील

सिविल सर्जन ने बताया कि प्रभावित गांव में तालाब, नाला, झरना में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया और ग्रामीणों को घर, आंगन सहित आसपास को साफ-सुथरा रखने की अपील की गई है. साथ ही ग्रामीणों को झरना और कुआं का पानी उबालने के बाद ठंडा कर पीने की लाने की सलाह दी गई है. सिविल सर्जन ने बताया कि गर्मी को देखते हुए जिलेवासियों से सतर्क रहने की अपील स्वास्थ्य विभाग पूर्व में अपील की गई थी.

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