श्रीगंगानगर. आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर प्रदेश कांग्रेस की सक्रियता एकदम से बढ़ गई है. बैठकों और प्रत्याशी चयन को लेकर लगातार क्षेत्रवार फीडबैक लिए जा रहे हैं. इसी कड़ी में रविवार को पूर्व मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद जैन भाया और प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष राखी गौतम श्रीगंगानगर पहुंचे. यहां दोनों नेताओं ने जिले के पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं संग बैठक की. सबसे खास बात यह रही कि इस बैठक में शामिल हुए पूर्व सांसद भरत राम मेघवाल को कार्यकर्ताओं ने बोलने तक नहीं दिया. ऐसे में हालात बिगड़ने पर सादुलशहर के पूर्व विधायक जगदीश जांगिड़ और जिला कांग्रेस प्रभारी जिया उर रहमान ने बीच बचाव कर कार्यकर्ताओं को शांत कराया.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया पूर्व सांसद का विरोध : कांग्रेस के जिला कार्यालय में दोनों नेताओं का प्रत्याशी चयन के लिए फीडबैक कार्यक्रम रखा गया था. ऐसे में श्रीगंगानगर लोकसभा क्षेत्र के 8 विधानसभाओं से टिकट के दावेदार इस बैठक में शामिल हुए थे, लेकिन कार्यालय में बैठने की व्यवस्था नहीं होने के कारण ज्यादातर कार्यकर्ता खड़े ही रहे. वहीं, जब मंच पर बोलने के लिए पूर्व सांसद भरत राम मेघवाल को आमंत्रित किया गया तो कार्यकर्ता राजेश थाकन और संजय धारीवाल एकदम से खड़े हो गए. साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग टिकट के लिए आवेदन कर रहे हैं, उन्हें मंच पर न बुलाया जाए. इतना ही नहीं कुछ कार्यकर्ताओं ने कहा कि अव्यवस्था व कार्यकर्ताओं को उचित सम्मान न मिलने के कारण ही आज कांग्रेस राज्य की सत्ता से बाहर है. वहीं, मामला बढ़ते देख सादुलशहर के पूर्व विधायक जगदीश जांगिड़ और जिला कांग्रेस प्रभारी जिया उर रहमान ने बीच बचाव कर किसी तरह से विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं को शांत कराया.
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प्रमोद जैन भाया और राखी गौतम ने की दावेदारों से वन टू वन मुलाकात : इसके बाद पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया और प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष राखी गौतम ने टिकट के दावेदारों से वन टू वन मुलाकात की. उन्होंने कहा कि वे टिकट के दावेदारों और कार्यकर्ताओं की भावनाओं को शीर्ष के नेताओं तक रखेंगे और उन्हें उम्मीद है कि टिकट वितरण के दौरान इन भावनाओं का पूरा ख्याल रखा जाएगा.
आपत्तियों पर बोले भाया : पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की ओर से बनाए गए जिलों में से 7 जिलों से सामने आई आपत्तियों को लेकर पूर्व मंत्री भाया ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ी सहजता से जहां-जहां डिमांड थी, वहां जिले बनाए, लेकिन अब भाजपा की सरकार आ गई है. ऐसे में अब यह उनका काम है कि वो जिलों को रद्द करते हैं या फिर बनाए रखते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता सही ढंग से प्रचार प्रसार नहीं कर पाते और भाजपा के नेता बड़ी आसानी से एक झूठ को कई बार बोलकर लोगों को भ्रमित कर देते हैं.