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छत्तीसगढ़ में पढ़ई तिहार ,नव प्रवेशी बच्चों और माताओं को पढ़ाई की दी गई ट्रेनिंग - Padhai Tihar

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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jul 2, 2024, 6:13 PM IST

Updated : Jul 3, 2024, 11:37 AM IST

Padhai Tihar in Chhattisgarh रायपुर में पढ़ई तिहार का आयोजन किया गया.जिसमें नव प्रवेशी बच्चों और उनकी माताओं को स्कूल में बुलाकर पढ़ाई के तौर तरीके सिखाए गए. primary School Training of new entrants

padhai tihar in chhattisgarh primary school
छत्तीसगढ़ में पढ़ई तिहार का आयोजन (ETV Bharat Chhattisgarh)

रायपुर : 2 जुलाई को राजधानी रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के प्राथमिक स्कूलों में पढ़ई तिहार का आयोजन किया गया. इसके माध्यम से स्कूली बच्चों की माताओं को ये बताया गया कि घर पर बच्चों को कैसे पढ़ाई करवाना है. किस ढंग से उन्हें लिखना सीखाना है.कई बार नव प्रवेशी बच्चे स्कूल जाने से डरते हैं और पढ़ाई नहीं करते. ऐसे में समग्र शिक्षा के माध्यम से बच्चों को स्कूली शिक्षा से जोड़ने के लिए प्राथमिक स्कूलों में पढ़ई तिहार का आयोजन किया जाता है.


पहली बार स्कूल आने वाले बच्चों के लिए सेशन : पढ़ई तिहार की नोडल अधिकारी बरखा शर्मा ने बताया कि "सभी छोटे बच्चे जो की पहली बार स्कूल में भर्ती होते हैं. उनके लिए पढ़ई तिहार का आयोजन किया गया है. पढ़ाई को एक त्यौहार के रूप में मनाया जाता है. प्रदेश के सभी प्राथमिक स्कूल में पढ़ई तिहार आयोजित किया गया. छोटे बच्चे जिनका पहली बार एडमिशन हुआ है. वो कई बार स्कूल आने से डरते हैं और स्कूल आना पसंद नहीं करते. ऐसी स्थिति को देखते हुए शिक्षा से माता और बच्चों को जोड़ने के लिए और शिक्षा की मुख्य धारा में लाने के लिए पढ़ई तिहार आयोजित किया गया है.''

छत्तीसगढ़ में पढ़ई तिहार का आयोजन (ETV Bharat Chhattisgarh)

''यह आयोजन समग्र शिक्षा के अंतर्गत आता है. स्वप्रेरित टीचरों के माध्यम से कोरोना काल के पहले भी शुरू हुआ था. अब इसका आयोजन बड़े रूप में किया जा रहा है. एक रंग एक वेशभूषा की थीम पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम से बच्चों की माताएं स्कूल की मुख्य धारा से जुड़कर घर में बच्चों को पढ़ाई की तैयारी कैसे करा सकती है. इसकी जानकारी दी जा रही है."- बरखा शर्मा, नोडल अफसर

रायपुर विकासखंड स्त्रोत समन्वयक शिरीष तिवारी ने बताया कि "राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत बेसिक एजुकेशन के लिए प्राथमिक और मिडिल स्कूलों के लिए रूपरेखा तैयार की गई थी. उसी के अंतर्गत अंगना में शिक्षा कार्यक्रम के तहत पढ़ई तिहार का आयोजन किया जा रहा है.

'' पहली कक्षा से लेकर तीसरी कक्षा तक पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की माताओं को स्कूल से जोड़कर उनके द्वारा विद्यालय में पढ़ने पढ़ाने का वातावरण का निर्माण करना है. रायपुर शहर के लगभग 100 प्राथमिक स्कूलों में पढ़ई तिहार कार्यक्रम आयोजित किया गया है." शिरिष तिवारी, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक BRC

पढ़ई तिहार से बच्चों का बढ़ता है हौंसला : पढ़ई तिहार के माध्यम से पहली बार स्कूल आने वाले छोटे बच्चों के मन से स्कूल का डर निकाला जाता है.इसलिए स्कूल आने वाले छोटे बच्चों की माताओं को भी स्कूल में बुलाकर उन्हें बच्चों के साथ कैसा व्यवहार रखना है ये बताया जाता है. ताकि बच्चा स्कूल आने से ना घबराए साथ ही साथ घर में जाकर स्कूल के दिए गए कार्यों को पूरा करे.

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रायपुर : 2 जुलाई को राजधानी रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के प्राथमिक स्कूलों में पढ़ई तिहार का आयोजन किया गया. इसके माध्यम से स्कूली बच्चों की माताओं को ये बताया गया कि घर पर बच्चों को कैसे पढ़ाई करवाना है. किस ढंग से उन्हें लिखना सीखाना है.कई बार नव प्रवेशी बच्चे स्कूल जाने से डरते हैं और पढ़ाई नहीं करते. ऐसे में समग्र शिक्षा के माध्यम से बच्चों को स्कूली शिक्षा से जोड़ने के लिए प्राथमिक स्कूलों में पढ़ई तिहार का आयोजन किया जाता है.


पहली बार स्कूल आने वाले बच्चों के लिए सेशन : पढ़ई तिहार की नोडल अधिकारी बरखा शर्मा ने बताया कि "सभी छोटे बच्चे जो की पहली बार स्कूल में भर्ती होते हैं. उनके लिए पढ़ई तिहार का आयोजन किया गया है. पढ़ाई को एक त्यौहार के रूप में मनाया जाता है. प्रदेश के सभी प्राथमिक स्कूल में पढ़ई तिहार आयोजित किया गया. छोटे बच्चे जिनका पहली बार एडमिशन हुआ है. वो कई बार स्कूल आने से डरते हैं और स्कूल आना पसंद नहीं करते. ऐसी स्थिति को देखते हुए शिक्षा से माता और बच्चों को जोड़ने के लिए और शिक्षा की मुख्य धारा में लाने के लिए पढ़ई तिहार आयोजित किया गया है.''

छत्तीसगढ़ में पढ़ई तिहार का आयोजन (ETV Bharat Chhattisgarh)

''यह आयोजन समग्र शिक्षा के अंतर्गत आता है. स्वप्रेरित टीचरों के माध्यम से कोरोना काल के पहले भी शुरू हुआ था. अब इसका आयोजन बड़े रूप में किया जा रहा है. एक रंग एक वेशभूषा की थीम पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम से बच्चों की माताएं स्कूल की मुख्य धारा से जुड़कर घर में बच्चों को पढ़ाई की तैयारी कैसे करा सकती है. इसकी जानकारी दी जा रही है."- बरखा शर्मा, नोडल अफसर

रायपुर विकासखंड स्त्रोत समन्वयक शिरीष तिवारी ने बताया कि "राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत बेसिक एजुकेशन के लिए प्राथमिक और मिडिल स्कूलों के लिए रूपरेखा तैयार की गई थी. उसी के अंतर्गत अंगना में शिक्षा कार्यक्रम के तहत पढ़ई तिहार का आयोजन किया जा रहा है.

'' पहली कक्षा से लेकर तीसरी कक्षा तक पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की माताओं को स्कूल से जोड़कर उनके द्वारा विद्यालय में पढ़ने पढ़ाने का वातावरण का निर्माण करना है. रायपुर शहर के लगभग 100 प्राथमिक स्कूलों में पढ़ई तिहार कार्यक्रम आयोजित किया गया है." शिरिष तिवारी, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक BRC

पढ़ई तिहार से बच्चों का बढ़ता है हौंसला : पढ़ई तिहार के माध्यम से पहली बार स्कूल आने वाले छोटे बच्चों के मन से स्कूल का डर निकाला जाता है.इसलिए स्कूल आने वाले छोटे बच्चों की माताओं को भी स्कूल में बुलाकर उन्हें बच्चों के साथ कैसा व्यवहार रखना है ये बताया जाता है. ताकि बच्चा स्कूल आने से ना घबराए साथ ही साथ घर में जाकर स्कूल के दिए गए कार्यों को पूरा करे.

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Last Updated : Jul 3, 2024, 11:37 AM IST
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