कोरिया: कोरिया जिले के बैकुंठपुर में तीन सालों से बंद और ब्लैक लिस्टेड राइस मिल से अनुबंध कर करोड़ों का धान कस्टम मिलिंग के लिए दे दिया गया. प्रशासनिक अमले ने चावल जमा नहीं होने पर स्टॉक की जांच की तो 11.94 करोड़ कीमत का धान गायब मिला.
कोरिया कलेक्टर के निर्देश पर हुई कार्रवाई: इस मामले में कलेक्टर कोरिया के निर्देश पर नागरिक आपूर्ति निगम के डीएमओ ने राइस मिल संचालिका के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर कोतवाली थाना बैकुंठपुर में दर्ज कराई है. राइस मिल को तीन सालों के लिए ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है.दरअसल भारतीय खाद्य निगम में औसत से कम चावल जमा करने वाले राइस मिलों का भौतिक सत्यापन के निर्देश दिए गए थे. कोरिया जिले के चितमारपारा,पटना में स्थित मंगल राइस मिल ने 3895 मीट्रिक टन धान का उठाव किया था. इसके एवज में राइस मिल ने 28.98 मीट्रिक टन चावल जमा किया था.
राइस मिल के खिलाफ हुई जांच:राइस मिल के कम चावल जमा करने पर कोरिया कलेक्टर चंदन त्रिपाठी ने जिला स्तरीय अधिकारियों की कमेटी गठित कर राइस मिल की जांच कराई. जांच में यह सामने आया कि मेसर्स मंगल राइस मिल ने समितियों से कुल 3895 मीट्रिक टन धान का उठाव किया था लेकिन एफसीआई एवं नागरिक आपूर्ति निगम में कुल 28.98 मीट्रिक टन चावल जमा किया गया था.
बैंक गारंटी सीज, FIR दर्ज: राइस मिल की बैंक गारंटी, FDR को सीज कर लिया गया है. नियमानुसार संचालिका से वसूली की जाएगी. इस मामले में जिला विपणन अधिकारी की रिपोर्ट पर कोतवाली बैकुंठपुर थाने में राइस मिल संचालिका सहित अन्य के खिलाफ धारा 420, 120बी के तहत अपराध दर्ज किया गया है.मंगला राइस मिल को पहले भी छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश 2016 के उल्लंघन के कारण दो साल के लिए ब्लैक लिस्टेड किया गया था.