सिरसा: उत्तर भारत समेत हरियाणा में प्रचंड गर्मी पड़ रही है. गर्मी की वजह से फसलों का काफी नुकसान हो रहा है, पिछले दिनों हुए मौसम में बदलाव के चलते किसानों को काफी राहत मिली है. पिछले दो से तीन दिन हरियाणा के कई जिलों में बारिश हुई. जिसकी वजह से लोगों को गर्मी से राहत तो मिली ही, इसके साथ किसानों को भी इससे फायदा हुआ. गर्मी से झुलस रही फसलों को बारिश से संजीवनी मिली है.
बारिश से फसलों को मिला फायदा: गर्मी के चलते कपास, मूंग और धान की नर्सरियां प्रभावित हो रही थी. तापमान में गिरावट आने से इन सभी फसलों को फायदा हुआ है. धान और कपास उत्पादन के मामले में सिरसा जिला देशभर के अग्रणी जिलों में शामिल है. इस साल सिरसा जिले में 3 लाख 19 हजार एकड़ भूमि पर कपास की बिजाई की गई है. इस के साथ धान रोपाई के लिए 2 लाख 90 हजार एकड़ भूमि पर बिजाई का लक्ष्य रखा गया है.
सिरसा जिले में 10 हजार एकड़ भूमि पर मूंग फसल की भी बिजाई गई है. कृषि विभाग के तरफ से कहा गया है कि फिलहाल मौसम धान की रोपाई के लिए सही नहीं है.
कृषि विभाग की किसानों से अपील: कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि वो धान की रोपाई 15 जून से शुरू करें, ताकि सिंचाई पानी की किल्लत ना हो. सिरसा कृषि विभाग के उपनिदेशक सुखदेव सिंह ने बताया "तापमान में आई गिरावट खरीफ फसलों के लिए फायदेमंद है. कपास, धान व मूंग की फसल को खासा फायदा होगा. फिलहाल धान की रोपाई के लिए मौसम प्रतिकूल है. इसलिए किसान 15 जून से ही धान की रोपाई शुरू करें."
सिरसा कृषि विभाग के उपनिदेशक सुखदेव सिंह ने कहा कि धान की नर्सरियां किसानों ने तैयार कर ली हैं. जिन पर अत्यधिक गर्मी से प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था. मौसम में आया बदलाव कपास मूंग व धान के लिए फायदेमंद है. अब किसानों को सिंचाई नहीं करनी पड़ेगी और फसलों का फुटाव अच्छा होगा.