जयपुर. राजस्थान में करीब 20 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब राजस्थान का बजट केंद्र सरकार के बजट से पहले आएगा. इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने इस मामले में सरकार को नौसिखिया तक कह दिया. टीकाराम जूली ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह सरकार बजट तो लेकर आ रही है, लेकिन किस प्रकार का बजट रहेगा और उसमें क्या रहेगा. यह बड़ा सवाल है.
पूरी तरह केंद्र पर निर्भर है प्रदेश सरकार : टीकाराम जूली ने कहा कि यह सरकार पूरी तरह केंद्र सरकार पर निर्भर है. मुख्यमंत्री राजस्थान के नेताओं से ज्यादा दिल्ली के नेताओं से मिल रहे हैं. पहले मुख्यमंत्री जाते हैं, पीछे-पीछे उप मुख्यमंत्री जाते हैं, फिर दूसरे उप मुख्यमंत्री जाते हैं. इसके बाद पता चलता है कि राजस्थान के केंद्रीय मंत्री जा रहे हैं. दिल्ली में लगातार पुष्पगुच्छों का लेना-देना चल रहा है.
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राजस्थान को लेकर गंभीर नहीं सरकार : धरातल पर कोई लेना-देना नहीं है. सरकार के जिस प्रकार के निर्णय हैं, सब जनता के सामने आने हैं. राजस्थान को लेकर ये लोग गंभीर नहीं हैं. अब तक केंद्र सरकार का बजट नहीं आया है. केंद्र सरकार की क्या योजनाएं हैं और उनका क्या फायदा राजस्थान की जनता को मिलेगा. यह उसी में तय होना है.
सरकार का नौसिखियापन आ रहा नजर : टीकाराम जूली ने कहा कि इस सरकार की गलती की वजह से इन्होंने लेखानुदान जुलाई तक का ही पारित करवाया था. अब इनकी मजबूरी हो गई बजट लाना. अगर अब दुबारा लेखानुदान लेकर आते हैं तो फिर इनकी किरकिरी होगी. इससे बचने के लिए केंद्र से पहले राज्य का बजट लेकर आ रहे हैं. ऐसे में सरकार का नौसिखियापन नजर आ रहा है.
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पूर्ण बजट 10 जुलाई को होगा पेश : दरअसल, राजस्थान में पिछले साल दिसंबर में सत्ता संभालने वाली भाजपा सरकार ने इस साल मार्च में जुलाई तक का लेखानुदान पारित करवाया था. इसी के चलते केंद्र से पहले राज्य का बजट लाया जा रहा है. राजस्थान में विधानसभा का मानसून सत्र 3 जुलाई से शुरू हो रहा है और भाजपा सरकार अपना पहला पूर्ण बजट 10 जुलाई को पेश करने जा रही है.