जशपुर : झारखंड की सीमा पर बसे डंडगांव में पुलिस टीम ने 15 गौ वंशजों को संरक्षित किया. इसके साथ ही गौ तस्करी के आरोप में इस गांव से अकील कुरैशी को गिरफ्तार करते हुए उसकी लक्सरी कार सीजी 14 एमआर को जब्त किया है. पुलिस का दावा है कि आरोपित कुरैशी इस वाहन का इस्तेमाल तस्करों को सेफ करने के लिए पुलिस की नाकबंदी की रेकी किया करता था.
महिलाओं ने रोका पुलिस का रास्ता : एसपी ने बताया कि डंडगांव में मुखबिर की सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई है. कार्रवाई के दौरान डंडगाव की कुछ महिलाएं तलाशी में जुटे पुलिस अधिकारी और जवानों से उलझ गई. लेकिन महिला पुलिस बल की सख्ती के सामने इन महिलाओं की एक ना चली और पुलिस टीम कार्रवाई पूरी कर वापस लौट आई. स्थानीय ग्रामीणों में मवेशी तस्करी से दूर रहने और दूसरा सम्मानजनक व्यवसाय करने की समझाईश दी गई है.
''ऑपरेशन शंखनाद के तहत डंडगांव में कार्रवाई करते हुए 15 मवेशियों को संरक्षित किया गया है. एक तस्कर को गिरफ्तार कर,उससे कार जब्त किया गया है. तस्करी के अन्य आरोपित फरार हैं. आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी. जिले को मवेशी तस्करों से पूरी तरह मुक्त कराया जाएगा'- शशि मोहन सिंह एसपी,जशपुर
पहले भी पुलिस ने की थी कार्रवाई : डंडगांव से पहले अगस्त माह में जशपुर पुलिस ने आपरेशन शंखनाद के तहत झारखंड और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित साईं टांगर टोली में इसी तर्ज पर बड़ी कार्रवाई की थी. इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने भारी संख्या में गौ वंशज और तस्करी में संलिप्त वाहन जब्त करने के साथ एक दर्जन गौ तस्करों को गिरफ्तार किया था. मामले में मनोरा चौकी में छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम की धारा 4,6,10 और पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 11 (1) (क) (घ) के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया गया है.
अब तक 469 गौ वंशजों की बची जान : बीते 9 माह के दौरान जिले में 49 मवेशी तस्करों को अलग अलग प्रकरणो में गिरफ्तार करते हुए, 469 गौ वंशजों को सुरक्षित करने की कार्रवाई की जा चुकी है. इसके साथ ही तस्करों से जब्त 18 वाहनों को राजसात कर,इनकी नीलामी की प्रक्रिया शुरू की गई है.