नई दिल्ली: दिल्ली में विकास पर करोड़ों खर्च के बाद भी स्थिति सुधर नहीं रही है. मंगोलपुरी इलाके की सफाई और सुरक्षा पर गंदे नाले सवालिया निशान लगाते हैं और इन्हें देखकर पता चल जाता है कि नालों की सफाई को लेकर नगर निगम कितना गंभीर है. इसका अंदाजा इन नालों के खुले मुंह और जगह-जगह लबालब भरी गंदगी से लगाया जा सकता है. वहीं खुले नाले हादसों का लगातार सबब बन रहे हैं लोगों का कहना है कि बाइक या साइकल सवार संतुलन बिगड़ने पर नाले में गिरकर घायल हो रहे है.
स्लैब होने के कारण रात के समय राहगीर या आवारा पशु गिरकर चोटिल हो जाते है. आस पास के लोगों ने बताया कि कुछ दिन पहले ही इस नाले में एक गाय गिर गई थी, जिसके बाद लोगों की मदद से उसे बाहर निकाला गया. इतना ही नहीं इस नाले में एक कार भी गिर गई थी. प्रशासन से कॉलोनी वासियों ने कई बार समाधान की गुहार लगाई हैं लेकिन समस्या का अब तक कोई हल नहीं निकला. लोगों की मांग है कि जिस स्थान पर नालों के ऊपर स्लैब नहीं हैं, उन्हें जल्द ही स्लैब लगवाकर कवर करवा दिया जाएगा ताकि आमजन को किसी तरह की न परेशानी हो.
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शुकूर बस्ती विधानसभा में भी फैली गंदगी: गौरतलब है कि शुकूर बस्ती विधानसभा क्षेत्र के इलाके में भी लोगों की समस्याएं सुनने वाला कोई नहीं. लोगों का आरोप है कि, "कई इलाकों में सीवरों की सफाई न होने के कारण इनकी दुर्गति है. जगह-जगह से यह ओवरफ्लो हो रहे हैं. सड़क पर गंदा पानी बहता है. घरों में भी सीवर का पानी घुस जा रहा है. हमारी समस्याएं बहुत है, लेकिन यहां कोई नेता या अधिकारी हमारी समस्याओं को सुनने नहीं आता है. इलाका पूरी तरह से लावारिस हो गया है."