जींद: पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे, पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल के बेटे एवं इनेलो के वरिष्ठ नेता ओमप्रकाश चौटाला का शुक्रवार को निधन हो गया. वे 89 वर्ष के थे. चौटाला ने गुरुग्राम स्थित अपने आवास में अंतिम सांस ली. वे काफी समय से बीमार चल रहे थे. इसके साथ ही राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई. ओपी चौटाला कई मायने में अलग शख्सियत के मालिक थे. 82 साल की उम्र में पढ़ाई करने की बात हो या फिर 5 बार सीएम की कुर्सी हासिल करना.
82 साल की उम्र में पास की थी 10वीं की परीक्षा
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने 82 साल की आयु में 10वीं पास की थी. राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) के नतीजे जारी हुए तो ओम प्रकाश चौटाला ने परीक्षा द्वितीय श्रेणी से पास की थी. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने तिहाड़ जेल में एनआईओएस के स्टडी सेंटर से एग्जाम दिया था. उनके साथ ही दो और बुजुर्ग छात्रों ने भी 10वीं पास की थी. ओम प्रकाश चौटाला को परीक्षा में 55.40 प्रतिशत अंक मिले थे.
रिकॉर्ड 5 बार बने हरियाणा के मुख्यमंत्री
ओपी चौटाला 5 बार मुख्यमंत्री बनने वाले हरियाणा के अकेले नेता हैं. 2 दिसंबर 1989 को चौटाला पहली बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने थे. 22 मई 1990 तक इस पद पर रहे. पद से हटने के कुछ दिनों बाद ही उन्होंने सिरसा की तत्कालीन दरबाकलां सीट से उपचुनाव जीता था. 12 जुलाई 1990 को ओपी चौटाला ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. हालांकि मुख्यमंत्री बनने के पांच दिनों बाद ही 17 जुलाई 1990 को राजनीतिक विवशता के कारण इस पद से त्यागपत्र देना पड़ा. हुकम सिंह अगले मुख्यमंत्री बन गए थे. उस समय उनके पिता चौधरी देवी लाल देश के उप प्रधानमंत्री थे.
इसके बाद 22 अप्रैल 1991 को तीसरी बार मुख्यमंत्री बने. केवल दो सप्ताह यानी पांच अप्रैल तक ही इस पद पर रह सके. क्योंकि तत्कालीन राज्यपाल की सिफारिश पर केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था. 24 जुलाई 1999 में चौटाला चौथी बार मुख्यमंत्री बने. जब तत्कालीन बंसीलाल की हविपा-भाजपा गठबंधन की सरकार से पहले भाजपा ने समर्थन वापस ले लिया था. दो मार्च 2000 को चौटाला पांचवीं बार मुख्यमंत्री बने. उस समय चौटाला पूरे पांच साल यानी मार्च 2005 तक मुख्यमंत्री रहे.
कब-कब ओपी चौटाला बने मुख्यमंत्री
- 2 दिसंबर 1989 को पहली बार बने मुख्यमंत्री.
- 2 जुलाई 1990 को दूसरी बार बने मुख्यमंत्री.
- 22 अप्रैल 1991 को तीसरी बार मुख्यमंत्री बने.
- 24 जुलाई 1999 को चौथी बार मुख्यमंत्री बने.
- दो मार्च 2000 को पांचवीं बार मुख्यमंत्री बने.
जींद से 3 बार विधायक बने ओपी चौटाला
ओमप्रकाश चौटाला पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री भी रहे तो दो बार नरवाना से और एक बार उचाना से विधायक रहे. चौटाला 1993 में नरवाना से विधायक बने थे. इसके बाद 2000 में नरवाना से विधायक चुने गये और फिर 2009 में उचाना से विधायक बने थे. वर्ष 2000 के बाद से जींद को इनेलो का गढ़ माना जाने लगा था. यहां से कभी तीन तो कभी चार विधायक इनेलो के बने.
1996 के चुनाव के बाद बनाया हरियाणा लोकदल
1993 में उन्होंने नरवाना उपचुनाव जीता. 1996 के लोकसभा चुनाव के बाद उन्होंने हरियाणा लोक दल (राष्ट्रीय) के नाम से नई पार्टी बनाई. 1998 में लोकसभा के मध्यावधि चुनाव में बसपा से गठबंधन कर हरियाणा में पांच लोकसभा सीटें जीती. इसके बाद उनके दल को मान्यता मिली. इसके बाद उनकी पार्टी का नाम बदल कर इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) कर दिया गया. 24 जुलाई 1999 में चौटाला ने चौथी बार सीएम पद संभाला. दिसंबर 1999 में उन्होंने विधानसभा भंग करवा दी और विधानसभा चुनाव के बाद दो मार्च 2000 को चौटाला पांचवीं बार मुख्यमंत्री बने. उसके बाद चौटाला पूरे पांच साल मुख्यमंत्री रहे.
ओम प्रकाश चौटाला के निधन पर जताया दुख
हरियाणा के डिप्टी स्पीकर डॉक्टर कृष्ण मिड्ढा ने पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि उन्होंने अपने जीवन काल में जनता की जो सेवा की है, उसे भुलाया नही जा सकता है. 89 साल की उम्र में भी उनकी प्रदेश की सेवा का जज्बा सबके लिए प्रेरणा स्त्रोत है. वे अच्छे व्यक्ति थे और हमेशा गर्मजोशी से प्रदेश की राजनीति में अग्रसर रहते थे.