गया: बिहार में मैट्रिक की परीक्षा चल रही है. गया जिले में 59 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, इन में छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है. वहीं में एक सेंटर पर 1386 लड़कियों में एक लड़का भी परीक्षा दे रहा है. हालांकि तकनीकी तौर पर लड़के को सेंटर पर इसलिए परीक्षा देने की अनुमति दी गई क्योंकि एडमिट कार्ड में उसका जेंडर फीमेल दर्ज है. अब लड़का खुद को परीक्षा देने में असहज महसूस कर रहा है.
1386 लड़कियों में एक लड़का: मैट्रिक की परीक्षा के लिए गया शेरघाटी में भी केंद्र बनाए गए, इसमें एक सेंटर एसएमएसजी कॉलेज भी है. इस परीक्षा केंद्र को शेरघाटी सब डिवीजन की छात्राओं के लिए केंद्र बनाया गया था. वहीं एसएमजीएस शेरघाटी कॉलेज में 1385 छात्राएं मैट्रिक परीक्षा की दे रही हैं. इस में एक छात्र रॉकी कुमार भी है जो 1385 छात्राओं के बीच में बैठ कर परीक्षा दे रहा है.
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लड़कियों के बीच परीक्षा क्यों दे रहा रॉकी?: बिहार में 17 फरवरी से मैट्रिक परीक्षा हो रही है. आमस प्रखंड छेत्र का रहने वाल रॉकी ने भी इस बार मैट्रिक परीक्षा के लिए राजकीय हाई स्कूल आमस से फार्म भरा था. बिहार शिक्षा समिति ने रॉकी कुमार का भी एडमिट कार्ड जारी किया है. सभी छात्रों का सेंटर गया शहर में पड़ा जबकि छात्राओं का केंद्र शेरघाटी में है. वहीं रॉकी कुमार का केंद्र छात्रों के साथ नहीं बल्कि छात्राओं के केंद्र पर है. कारण यह था कि रॉकी के एडमिट कार्ड बिहार शिक्षा समिति ने जारी किया था उस कार्ड पर रॉकी कुमार की जगह कुमारी हो गया, हालांकि फोटो रॉकी की लगी हुई है लेकिन जेंडर में फीमेल हो गया है.
किससे हुई ये गलती?: रॉकी कुमार ने कहा कि उसे 1385 छात्राओं के बीच में परीक्षा देने में असहज महसूस हो रहा है, लेकिन कर भी क्या सकते हैं. इतनी जल्दी एडमिट कार्ड में सुधार भी नहीं हो सकता था, इसलिए रॉकी ने फैसला किया कि वह परीक्षा देगा. हालांकि एडमिट कार्ड में गलती स्कूल के कारण या बिहार शिक्षा समिति के कारण हुई है यह रॉकी को पता नहीं है. रॉकी का कहना है कि उसने जो फॉर्म भरा था, उसमें गलती नहीं थी.
"मैं इस बात से अस्वस्थ हूं कि मैंने जो फॉर्म भरा था उसमें गलती नहीं थी. स्कूल के प्रधानाध्यापक ने आश्वासन दिया है कि परीक्षा के बाद शिक्षा विभाग से मेरे एडमिट कार्ड की गलती को सही कराया जाएगा."- रॉकी, मैट्रीक का छात्र
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1385 छात्रॉओं के बीच रॉकी: एसएमजीएस कॉलेज शेरघाटी के प्रिंसिपल प्रोफेसर एहसान अली ने बताया कि उनके सेंटर पर 1386 छात्राओं का सेंटर है. प्रतिदिन छात्राएं परीक्षा देने के लिए पहुंच रही हैं. उन छात्राओं में एक लड़का भी है, जिसके एडमिट कार्ड पर रॉकी कुमार की जगह रॉकी कुमारी हो गया है. टेक्निकल त्रुटि कारण उसे सेंटर पर परीक्षा देने की अनुमति दी गई है.
"हमारे सेंटर पर 1386 छात्राओं का सेंटर है और प्रतिदिन छात्राएं परीक्षा देने के लिए पहुंच रही हैं. इन छात्राओं में एक लड़का भी है, जिसका एडमिट कार्ड पर नाम "रॉकी कुमार" के बजाय "रॉकी कुमारी" लिख दिया गया है. तकनीकी गलती के कारण उसे सेंटर पर परीक्षा देने की अनुमति दी गई है." -एहसान अली, प्रिंसिपल
क्या कहते हैं जिला शिक्षा पदाधिकारी: इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी ओमप्रकाश ने कहा कि इस तरह की त्रुटियां हो जाती हैं. एक दूसरे सेंटर पर भी ऐसा एक मामला पेश आया ह., बिहार शिक्षा समिति को अवगत करा दिया गया है. उस छात्र को परीक्षा देने में कोई समस्या नहीं है. बाद में उस त्रुटि में सुधार हो जाएगा.
"छात्र के द्वारा आवेदन स्कूल के प्रधानाध्यापक के द्वारा फॉरवर्ड किया गया है. क्षेत्रीय कार्यालय या फिर बिहार शिक्षा समिति पटना में जमा करने पर उस त्रुटि को सुधार कर दिया जाएगा. पास होने पर उसके मार्कशीट में त्रुटि नहीं रहेगी, लेकिन उसके लिए बोर्ड को आवेदन के माध्यम से सूचित करना होगा. बाद में एडमिट कार्ड में भी सुधार कर दिया जाता है, यह कोई बड़ा मसला नहीं है."- ओमप्रकाश, जिला शिक्षा पदाधिकारी