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एमटीएस पदों की भर्ती परीक्षा मामले में एक और गिरफ्तारी, हरियाणा से एसटीएफ के हत्थे चढ़ा आरोपी - Uttarakhand STF

UTTARAKHAND STF भारतीय वन्य जीव संस्थान की एमटीएस पदों की भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह के एक और सदस्य को हरियाणा से गिरफ्तार किया गया है. मामले में अब तक चार सदस्य सलाखों के पीछे जा चुके हैं. पढ़ें पूरी खबर.

UTTARAKHAND STF
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी (photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 7, 2024, 4:06 PM IST

देहरादून: भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून की एमटीएस पदों की भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह के एक और सदस्य को एसटीएफ ने हरियाणा से गिरफ्तार किया है. पिछले साल कोतवाली पटेल नगर में मुकदमा दर्ज हुआ था और गिरोह में अब तक चार सदस्यों की गिरप्तारी हो चुकी है. भर्ती परीक्षा में नकल करने वाले गिरोह के सदस्य आधुनिक डिवाइसों का प्रयोग करते हुए पाए गए थे.

17 सितंबर 2023 को दर्ज हुई थी शिकायत: बता दें कि कोतवाली पटेल नगर में डॉक्टर सुरेश कुमार भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून ने 17 सितंबर 2023 को शिकायत दर्ज कराई थी कि भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून में मल्टी टास्किंग स्टाफ (MTS) पद के लिए परीक्षा का आयोजन राजाराम मोहन राय पब्लिक स्कूल पटेलनगर में किया गया था, जिसकी द्वितीय पारी में परीक्षा के दौरान दो अभ्यर्थियों की गतिविधि संदिग्ध पाए जाने और उनकी चेकिंग करने पर उनके कान से एक छोटा ईयर फोन और छाती पर कमीज के नीचे से कैमरे से युक्त एक इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस सहित मेज के नीचे से एक और इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस मिली थी, जिस पर मोबाइल कंपनी का सिम लगा बरामद हुआ था. दोनों अभ्यर्थी नवराज निवासी जींद (हरियाणा) और प्रदीप को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.

अन्य अभ्यर्थी की जगह परीक्षा दे रहे थे आरोपी: मामले में किसी बड़े संगठित गिरोह के शामिल होने और परीक्षा में नकल कराये जाने के मामले को पुलिस मुख्यालय द्वारा उत्तराखंड एसटीएफ को सुपुर्द किया गया. उसके बाद एसटीएफ द्वारा इस मामले की विवेचना में पाया कि इस मामले में पकड़ा गया दूसरा अभ्यर्थी प्रदीप किसी अन्य अभ्यर्थी मोहित मोर्य के नाम से परीक्षा दे रहा था और मामले में अन्य दो सदस्य सोनू निवासी कैथल (हरियााण) और पवन के नाम सामने आए.

एसएसपी ने सभी आरोपियों पर ईनाम किया था घोषित: इस गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिये एसटीएफ द्वारा हरियाणा में दबिश दी गई, तो सभी वहां से फरार हो गए. इस पर एसटीएफ द्वारा इनकी गिरफ्तारी के वारंट जारी किए गए. साथ ही मोहित मोर, पवन वासी और सोनू सिंह की गिरफ्तारी के लिये एसएसपी द्वारा प्रत्येक पर 15-15 हजार रुपए के ईनाम की घोषणा की गई. जिस पर एसटीएफ द्वारा सोनू सिंह को पिछले महीने हरियाणा के कैथल से गिरफ्तार किया गया और एसटीएफ की गिरफ्तारी के डर से मोहित मोर द्वारा माननीय न्यायालय देहरादून में समर्पण किया जा चुका है.

आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को दी अहम जानकारी: एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि ईनामी पवन वासी के संबध में एसटीएफ टीम को सूचना मिलने पर एसटीएफ की टीम को जनपद जींद, हरियाणा में भेजा गया, जहां पर उसे रोहतक एसटीएफ के साथ संयुक्त ऑपरेशन करते हुए थाना उचाना से गिरफ्तार करने में सफलता मिली है, जिसको गिरफ्तार कर देहरादून न्यायालय में पेश किया गया है. उन्होंने कहा कि आरोपी ने पूछताछ में महत्वपूर्ण जानकारी दी है, जिन पर एसटीएफ इस मामले में आगे और लोगों की भी गिरफ्तारी कर सकती है.

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17 सितंबर 2023 को दर्ज हुई थी शिकायत: बता दें कि कोतवाली पटेल नगर में डॉक्टर सुरेश कुमार भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून ने 17 सितंबर 2023 को शिकायत दर्ज कराई थी कि भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून में मल्टी टास्किंग स्टाफ (MTS) पद के लिए परीक्षा का आयोजन राजाराम मोहन राय पब्लिक स्कूल पटेलनगर में किया गया था, जिसकी द्वितीय पारी में परीक्षा के दौरान दो अभ्यर्थियों की गतिविधि संदिग्ध पाए जाने और उनकी चेकिंग करने पर उनके कान से एक छोटा ईयर फोन और छाती पर कमीज के नीचे से कैमरे से युक्त एक इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस सहित मेज के नीचे से एक और इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस मिली थी, जिस पर मोबाइल कंपनी का सिम लगा बरामद हुआ था. दोनों अभ्यर्थी नवराज निवासी जींद (हरियाणा) और प्रदीप को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.

अन्य अभ्यर्थी की जगह परीक्षा दे रहे थे आरोपी: मामले में किसी बड़े संगठित गिरोह के शामिल होने और परीक्षा में नकल कराये जाने के मामले को पुलिस मुख्यालय द्वारा उत्तराखंड एसटीएफ को सुपुर्द किया गया. उसके बाद एसटीएफ द्वारा इस मामले की विवेचना में पाया कि इस मामले में पकड़ा गया दूसरा अभ्यर्थी प्रदीप किसी अन्य अभ्यर्थी मोहित मोर्य के नाम से परीक्षा दे रहा था और मामले में अन्य दो सदस्य सोनू निवासी कैथल (हरियााण) और पवन के नाम सामने आए.

एसएसपी ने सभी आरोपियों पर ईनाम किया था घोषित: इस गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिये एसटीएफ द्वारा हरियाणा में दबिश दी गई, तो सभी वहां से फरार हो गए. इस पर एसटीएफ द्वारा इनकी गिरफ्तारी के वारंट जारी किए गए. साथ ही मोहित मोर, पवन वासी और सोनू सिंह की गिरफ्तारी के लिये एसएसपी द्वारा प्रत्येक पर 15-15 हजार रुपए के ईनाम की घोषणा की गई. जिस पर एसटीएफ द्वारा सोनू सिंह को पिछले महीने हरियाणा के कैथल से गिरफ्तार किया गया और एसटीएफ की गिरफ्तारी के डर से मोहित मोर द्वारा माननीय न्यायालय देहरादून में समर्पण किया जा चुका है.

आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को दी अहम जानकारी: एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि ईनामी पवन वासी के संबध में एसटीएफ टीम को सूचना मिलने पर एसटीएफ की टीम को जनपद जींद, हरियाणा में भेजा गया, जहां पर उसे रोहतक एसटीएफ के साथ संयुक्त ऑपरेशन करते हुए थाना उचाना से गिरफ्तार करने में सफलता मिली है, जिसको गिरफ्तार कर देहरादून न्यायालय में पेश किया गया है. उन्होंने कहा कि आरोपी ने पूछताछ में महत्वपूर्ण जानकारी दी है, जिन पर एसटीएफ इस मामले में आगे और लोगों की भी गिरफ्तारी कर सकती है.

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