कोटा. नीट यूजी 2024 के परिणाम में धांधली का आरोप लगाकर कांग्रेस और विपक्षी दल लगातार केंद्र सरकार के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं. कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने कहा कि नीट यूजी परीक्षा में धांधली विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. लाखों विद्यार्थी दिन-रात मेहनत करके परीक्षा देते हैं, उनके माता-पिता की आंखों में भी अपने बच्चों के भविष्य को लेकर एक सपना होता है, लेकिन परीक्षा करवाने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी और सरकारों को उससे कोई सरोकार नहीं है.
गुंजल ने कहा कि केंद्र सरकार की नीट यूजी परीक्षा में धांधलियां सामने आ रही हैं. इससे डॉक्टर बनने का सपना संजोए लाखों छात्रों का विश्वास टूटा है. उन्होंने कहा कि एक ही सेंटर से एक साथ कई छात्रों के 720 में से 720 अंक आना किसी बड़ी गड़बड़ी का संकेत दे रहा है. एनटीए के दिए ग्रेस अंक से छात्रों के सेकेंड पोजीशन में 716 अंक होने चाहिए, जबकि कई छात्रों के 719 व 718 अंक आए हैं, जो संभव ही नहीं है. गुंजल ने कहा की परीक्षा में बैठे 23 लाख से अधिक विद्यार्थीयों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ है. कोटा में लाखों बच्चे डॉक्टर बनने का सपना लिए पढ़ने आते हैं. हम उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से नीट यूजी परीक्षा के स्कैम की एसआईटी या सीबीआई से जांच और नए सिरे से परीक्षा करवाने की छात्रों की मांग उचित है. हम सभी संघर्ष में छात्रों और उनके परिवार जनों के साथ खड़े हैं.
एनएसयूआई ने राष्ट्रपति के नाम दिया ज्ञापन : छात्र संगठन एनएसयूआई भी लगातार इस मामले में आंदोलन कर रही है. मंगलवार को एडीएम प्रशासन मुकेश चौधरी को जिला अध्यक्ष विशाल मेवाड़ा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया है. उनकी मांग नीट परीक्षा को रद्द कर दोबारा परीक्षा कराने की है. इसको लेकर पहले से ही हस्ताक्षर अभियान चलाया गया है. ज्ञापन में उन्होंने बताया कि अचानक से नीट यूजी का रिजल्ट घोषित कर देना. बड़ी संख्या में टॉपर और एक ही सेंटर से टॉपर आना गड़बड़ी को उजागर कर रहा है. इसके बावजूद केंद्र सरकार और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी कोई कदम नहीं उठा रही है. देश भर में प्रदर्शन हुए हैं, लेकिन सरकार के कान में जू नहीं रेंग रही है. ऐसे में हम राष्ट्रपति महोदय से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं.