राजनांदगांव: शनि प्रदोष व्रत पर राजनांदगांव के मां पाताल भैरवी मंदिर में शिव का महाअभिषेक किया गया.मां पाताल भैरवी मंदिर शिवलिंग के रूप में बना हुआ है. मंदिर की ऊंचाई लगभग 120 फीट है. मंदिर के गर्भगृह में मां पाताल भैरवी की प्रतिमा, प्रथम तल में राजराजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी 10 महाविद्या और द्वितीय तल में 12 ज्योतिर्लिंगों के साथ भगवान भोलेनाथ विराजमान है. शुक्रवार रात शिव भक्तों ने 120 फीट ऊंचे शिवलिंग का क्रेन के सहारे महा अभिषेक किया.
6000 लीटर दूध और पानी से शिव का महाभिषेक: विशाल लोटे को क्रेन के माध्यम से मंदिर के ऊपर ले जाया गया. इस लोटे में 6000 लीटर दूध और पानी भरा हुआ था. क्रेन के जरिए मंत्रोच्चार के साथ शिवलिंग का अभिषेक हुआ. इस अलौकिक मंजर को देखने हजारों भक्त मां पाताल भैरवी मंदिर में मौजूद रहे.
हजारों शिव भक्त इस मंजर के साक्षी बने: पिछले दो साल से आयोजन समिति की तरफ से पाताल भैरवी मंदिर में बने शिवलिंग में इस तरह का आयोजन किया जा रहा है. भिलाई ले लाए क्रेन के जरिए विशाल लोटे से शिव का 6000 लीटर दूध से अभिषेक हुआ. इस मौके पर डीजे की धुन में भक्ति गीतों पर लोग झूमते हुए भी नजर आए.
शनि प्रदोष व्रत पर ऐसे करें शिव की पूजा: प्रदोष व्रत के दिन दान करने से शुभ फल मिलता है. पंडित सुरेंद्र शर्मा के अनुसार, "पूजा-अर्चना और व्रत में दान-दक्षिणा अत्यंत शुभ और फलदाई मानी जाती है. प्रदोष व्रत के दिन दो चीजों के दान से भगवान शिव काफी प्रसन्न हो जाते हैं. पहला अन्न और दूसरा वस्त्र दान. प्रदोष व्रत में अन्न और वस्त्रों का दान करने से धन धान्य में कभी कमी नहीं आती. इसलिए प्रदोष व्रत करते समय भगवान शिव शंकर की पूजा अर्चना के बाद जरूरतमंद को अन्न का दान जरूर करना चाहिए. "