नई दिल्ली: शिक्षा मंत्रालय द्वारा रविवार को होने वाली नीट पीजी की परीक्षा स्थगित करने के बाद नीट पीजी अभ्यर्थियों में भी रोष है. परीक्षा तिथि से सिर्फ एक दिन पहले अचानक परीक्षा रद्द करने से बहुत से अभ्यर्थी पहले ही अपने-अपने सेंटर वाले शहरों में पहुंच चुके थे, जिससे उनका काफी समय और पैसा बर्बाद हुआ. इसको लेकर भी अभ्यर्थियों में रोष है. लेकिन, ऐसे में अभ्यर्थियों को मानव व्यवहार एवं संबद्ध विज्ञान संस्थान (इहबास) के मनोचिकित्सा विभाग के प्रोफेसर डॉ. ओमप्रकाश ने मानसिक तनाव न लेते हुए सकारात्मक रहने की सलाह दी है.
डॉ ओम प्रकाश ने नीट पीजी अभ्यर्थियों से धैर्य बनाए रखने की भी अपील की है. उन्होंने एक्स हैंडल से शेयर किए गए एक एक बिंदुवार लिखे गए पत्र में अभ्यर्थियों से अपील की है कि परीक्षा रद्द होने से निराश न हों. परीक्षा रद्द होने के बाद मिलने वाला समय उनकी तैयारी को बेहतर बनाने के लिए है, सकारात्मक रहें. बता दें कि आज 23 जून को देशभर में नीट पीजी की परीक्षा प्रस्तावित थी. परीक्षा का आयोजन नेशनल बोर्ड ऑफ़ एग्जामिनेशंस इन मेडिकल साइंसेज नई दिल्ली के द्वारा कराया जाना था. उल्लेखनीय है कि पहले नीट यूजी परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी, फिर यूजीसी नेट परीक्षा का पेपर लीक हुआ जिससे परीक्षा रद्द कर दी गई.
डॉक्टर ओम प्रकाश ने अभ्यर्थियों को दिए ये सुझाव:
- आपकी कड़ी मेहनत सीमित अवधि के लिए परीक्षा स्थगन आपकी तैयारी को निखारने और मजबूत करने का एक अवसर है. सकारात्मक बने रहें. प्रेरित रहें.
- अधिक कठिन विषयों का फिर से अभ्यास करें. उन विषयों पर केंद्रित मॉक टेस्ट दें और अपने प्रदर्शन का विश्लेषण करें. इस समय का उपयोग अपने ज्ञान को मजबूत करने के लिए करें.
- उन विषयों पर ध्यान केंद्रित करें जिनमें आपको सुधार की आवश्यकता है. त्वरित अध्ययन सत्र में शामिल हों और साथियों के साथ चुनौतीपूर्ण विषयों पर चर्चा करें. हम सब मिलकर इस पर विजय पा सकते हैं. एक साथ अध्ययन करें.
- समरी नोट्स देखें और नीट पीजी परीक्षा के समय के बराबर ही पूरे समय वाली परीक्षा का अभ्यास कर समय प्रबंधन को बेहतर करें. सहनशक्त बढ़ाएं.
- परीक्षा में सर्वोच्च प्रदर्शन के लिए मानसिक स्वास्थ्य भी मायने रखता है. यदि आवश्यक हो तो इहबास की निशुल्क टेलीमानस सेवा 14416 पर कॉल करें.
- अतिरिक्त समय का उपयोग कमजोरियों को ताकत में बदलने के लिए करें. आपका लक्ष्य एक कुशल और दयालु डॉक्टर बनना है. इस पर केंद्रित रहें. याद रखें, आप अकेले नहीं हैं. समर्थन और प्रोत्साहन के लिए अपने साथियों का सहारा लें.
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