बरेली: उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री ओमप्रकाश राजभर शनिवार को बरेली पहुंचे. यहां उन्होंने सर्किट हाउस में पत्रकारों से वार्ता करते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि क्या अखिलेश यादव माफिया के सरगना है. चुनाव से पहले आरक्षण खत्म होने की दुहाई देते थे और अब जातिवाद पर आधारित बयान दे रहे हैं.
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव और उनके सहयोगी इस वक्त जो भाषा बोल रहे हैं लोकसभा चुनाव में दोनों नेता दुहाई दे रहे थे कि आरक्षण खत्म हो जाएगा, संविधान खत्म हो जाएगा. अभी राहुल जी अमेरिका गए, उन्होंने वहां कहा कि मौका मिलेगा तो आरक्षण खत्म कर देंगे. बाबा साहब ने संविधान में सभी को अपने-अपने धर्म के हिसाब से अधिकार दिए हैं. किसी को भी किसी के धर्म पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है.
राजभर ने कहा कि मायावती, राहुल गांधी और अखिलेश यादव इस समय चिंतित हैं कि प्रदेश में दंगे क्यों नहीं हो रहे हैं. कर्फ्यू क्यों नहीं लग रहे हैं. दंगे और कर्फ्यू से एक समुदाय का वोट मजबूती से उनके साथ खड़ा होता है. अखिलेश यादव चिंता में हैं कि मुस्लिम वोट हमारे पास कैसे आएगा. मुसलमान का वोट लेते हैं और सरकार बना लेते हैं और फिर मुसलमानों को छोड़ देते हैं. नफरत के सिवा समाजवादी पार्टी ने मुसलमान को कुछ नहीं दिया है.
मंत्री ने कहा कि मोदी और योगी के राज में भय से आजादी लेकर अब तक 51 मुसलमान आईएएस बने हैं. यह चाहे मोदी के डर से या योगी के भय से हुआ हो लेकिन वह आईएएस बने हैं. आप खुद ही सोचिए इसके पहले क्या होता था.
अखिलेश यादव के बयान, सारे माफिया भाजपा में चले गए, के बयान पर ओमप्रकाश राजभर ने चुटकी ली. कहा, क्या अखिलेश यादव माफियाओं के सरगना है. क्या सभी ने उनका साथ छोड़ दिया. समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की हालत के लिए उन्होंने अखिलेश यादव को जिम्मेदार ठहराया.
कहा कि वह 100% सही कह रहे हैं. समाजवादी पार्टी का इतिहास देखिए, पार्टी ने अगर कानून बनाकर आजम को जमीन दे दी होती तो उनके विश्वविद्यालय पर कार्रवाई नहीं होती. सपा के कारण ही आज आजम जेल में हैं. अखिलेश यादव रमाकांत यादव से मिलने के लिए आजमगढ़ चले जाएंगे क्योंकि वह यादव हैं और आजम खान से इसलिए नहीं मिलने जाएंगे क्योंकि वह मियां हैं.
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