बाराबंकी: करीब साढ़े चार महीने पहले लोकसभा चुनाव 2024 के समय वायरल हुए अश्लील वीडियो के मामले में यूपी के बाराबंकी से भाजपा के पूर्व सांसद उपेंद्र सिंह रावत को बड़ी राहत मिली है. विधि विज्ञान प्रयोगशाला में वीडियो की हुई जांच के बाद आई रिपोर्ट में कहा गया है कि वीडियो AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से तैयार किया गया लगता है. स्पष्ट नही है कि वीडियो असली है. इसमें AI तकनीक के प्रयोग से इनकार नहीं किया जा सकता.
बताते चलें कि इस साल हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने बाराबंकी से उपेंद्र सिंह रावत को अपना उम्मीदवार बनाया था. उनके नाम की घोषणा पहली ही सूची में की गई थी. नाम की घोषणा होने के दूसरे ही दिन ही उपेंद्र सिंह रावत का आपत्तिजनक वीडियो वायरल हो गया था. वीडियो वायरल होने के बाद सांसद ने इसे फर्जी और एआई तकनीक से बना हुआ बताते हुए इसे विरोधियों की साजिश बताया था.
मामले की गम्भीरता को देखते हुए उपेंद्र सिंह रावत के निजी सचिव दिनेश चंद्र रावत ने 3 मार्च 2024 को नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था. उसके बाद उपेंद्र सिंह रावत ने जांच में बेदाग होने तक चुनाव न लड़ने का फैसला किया था. पुलिस ने वीडियो क्लिप को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा था.
इस बीच रविवार को विधि विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट आई, जिसमें कहा गया कि वीडियो में एआई तकनीक के प्रयोग से इनकार नहीं किया जा सकता. मूल क्लिप न होने से स्पष्ट नहीं है कि वीडियो असली है. एसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि वायरल वीडियो की मूल क्लिप या वीडियो का पता नहीं चला है. पुलिस लगातार जांच कर रही है.
गौरतलब है कि अश्लील वीडियो विवाद में पड़ने के बाद उपेंद्र की जगह भाजपा ने राजरानी रावत को मैदान में उतारा था, लेकिन वह कांग्रेस के उम्मीदवार तनुज पूनिया से हार गईं थीं. तनुज को 719927 जबकि राजरानी को 504223 वोट मिले थे.
ये भी पढ़ेंः टिकट का ऐलान होते ही बीजेपी प्रत्याशी का विदेशी महिला संग अश्लील वीडियो वायरल, FIR
ये भी पढ़ेंःविदेशी महिला संग वीडियो वायरल होने पर BJP सांसद बोले- निर्दोष होने तक नहीं लड़ूंगा चुनाव, टिकट लौटाया