हजारीबाग: मंगलवार की देर शाम हजारीबाग जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के लाखे के पास अज्ञात अपराधियों ने नर्सिंग होम संचालक परशुराम प्रसाद उर्फ पीआर प्रसाद की गोली मारकर हत्या कर दी. परशुराम विष्णुगढ़ स्थित नर्सिंग होम से वापस घर लौट रहे थे. मृतक परशुराम प्रसाद का जन्मदिन भी था. घर में जन्मदिन मनाने की तैयारी चल रही थी. वहीं, अपराधियों ने घटना को अंजाम देकर खुशी के माहौल को गमगीन कर दिया. परशुराम प्रसाद, चतरा जिले के पत्थलगड़ा नंदगांव के निवासी थे और विष्णुगढ़ में नर्सिंग का संचालन करते थे. नर्सिंग होम से हजारीबाग लौटने के क्रम में उन्हें गोली मारी दी गई.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब प्रसाद लाखे कब्रिस्तान के पास पहुंचे तो घात लगाकर बैठे अज्ञात हमलावरों ने उनका पीछा किया और सिर में गोली मार दी. जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए. स्थानीय लोगों ने परशुराम को मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गए. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. मुफस्सिल थाना पुलिस ने घटना की सूचना मिलते ही जांच शुरू कर दी है. वहीं, इलाके में सघन अभियान चलाया जा रहा है ताकि अपराधियों की धर पकड़ हो सके. पुलिस सीसीटीवी कैमरे भी खंगालने में जुटी हुई है. पूर्व में भी विष्णुगढ़ के पास अपराधियों ने डॉ.परशुराम को गोली मारकर घायल कर दी थी. इस पुराने हमले को लेकर भी पुलिस जांच कर रही है कि क्या दोनों हमलों की वजह एक ही है.
मृतक के भाई शशि भूषण प्रसाद का कहना है कि दो साल पहले गांव में चाचा की हत्या कर दी गई थी. दो महीने पूर्व मृतक परशुराम प्रसाद के ऊपर हमला भी हुआ था. पुलिस इस मामले में जांच भी कर रही थी. परिजनों का कहना है कि पुलिस समय पर अनुसंधान करती तो शायद यह घटना नहीं होती. उन्होंने यह भी बताया कि कुछ दिन पूर्व एक जमीन भी उन्होंने ली थी. पैसा भी दलाल को दिया गया था. ऐसे में किसने घटना को अंजाम दिया है यह समझ के परे है. उनकी व्यक्तिगत दुश्मनी किसी से नहीं थी. उन्होंने पूरे मामले को लेकर पुलिस या प्रशासन पर सवालिया निशान खड़ा किया है. साथ ही यह मांग की है कि जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी हो.
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