जयपुर. 16वीं विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान पिछले दिनों मुख्यमंत्री को जेल से मिली धमकी का मुद्दा उठा. इस पर सरकार ने माना कि जेलों में कैदियों की संख्या ज्यादा है और ज्यादातर जेल शहर के बीच में हैं, ऐसे में जल्द ही नई जेल बनाई जाएगी. इसके साथ ही मुख्यमंत्री को धमकी देने के सवाल पर मंत्री ने जवाब दिया कि कई बार जेल में स्मगलिंग और मोबाइल की वारदात के मामले सामने आते हैं, लेकिन जल्द ही इन जेलों से कैदियों को शिफ्ट किया जाएगा. इस पर अध्यक्ष ने कहा जिलों में नहीं तो संभाग पर ज्यादा कैपेसिटी वाली जेल बनाई जाए.
जेल होंगे हस्तांतरित : दरअसल प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक रफीक खान ने जयपुर के केंद्रीय कारागृह और अन्यंत्र स्थानांतरण को लेकर सवाल लगाया. इस पर जवाब देते हुए मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि सरकार कैदियों की संख्या को देखते हुए और सुरक्षा के मापदंडों को ध्यान में रखकर शहर से बाहर जेल बनाएगी. वहां कैदियों को हस्तांतरित किया जाएगा. इस दौरान मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि जयपुर सेंटर जेल में कैदियों की कैपेसिटी 1173 की है, जिसमें सजा काट रहे कैदियों की 406, जबकि अंडर ट्रायल की 1181 है , यानी कुल कैदियों की 1587 है जबकि कैपेसिटी केवल 1173. इस लिए नई जेल बनाई जाएगी ताकि इस दबाव को कम किया जा सके. मंत्री गजेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने 19 जिले नए बनाए. उन सभी जिलों में भी जेल बनेगी, इसके बाद जिन जेलों में कैदियों की संख्या ज्यादा है वहां उन्हें शिफ्ट किया जाएगा.
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मुख्यमंत्री को मिली थी धमकी : रफीक खान ने कहा कि शहर के बीच में जेल असुरक्षित है और जेल से मुख्यमंत्री तक को धमकी मिल रही है. इस मंत्री गजेंद्र सिंह ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार चाहती तो पांच साल में वित्तीय स्वीकृति जारी कर जेल बना सकती थी, लेकिन इन्होंने नहीं बनाई. अब हमारी सरकार बनाएगी. इस बीच रफीक खान ने फिर सवाल खड़े किए और कहा कि मुख्यमंत्री को धमकी मिल रही है, इसका जवाब दीजिए. इस पर मंत्री ने कहा कि सुरक्षित और कैपेसिटी एक अलग चीज है. कई जगह मोबाइल और स्मगलिंग की वारदात आती रहती है, लेकिन ये सही है कि सरकार नई जेल बनाने पर काम करेगी, ताकि जो खतरा शहरों के बीच में बनी जेल से बना हुआ है, वो खत्म हो.