नूंह: हरियाणा के नूंह में बड़ा हादसा होने से टल गया. एक बाइक सवार युवक की सूझबूझ से कई जिंदगियां बच गई. दरअसल, श्रद्धालुओं से भरी बस में आग लगने से 9 लोगों कि जिंदा जलकर मौत हो गई. जबकि करीब 24 लोग घायल बताए जा रहे हैं. जानकारी के मुताबकि, यह हादसा देर रात करीब 01:30 बजे हुआ. बताया जा रहा है कि हादसे के समय बस में 60 लोग सवार थे. जिनमें ज्यादातर लोग धार्मिक स्थलों के दर्शन करने निकले थे. हादसे के समय बस बनारस और वृंदावन से लौट रही थी.
स्थानीय युवक ने बचाई जिंदगियां: हादसा और भी बड़ा हो सकता था लेकिन एक स्थानीय युवक की सूझबूझ के चलते कई श्रद्धालुओं की जान बच गई. कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस वे के साथ गांव घुसपैथी सीमा के खेतों में रहने वाले नफीस ने श्रद्धालुओं से भरी चलती बस में सबसे पहले आग को देखा था. जिसके बाद युवक ने बाइक पर सवार होकर करीब एक किलोमीटर तक बस का पीछा किया और बस को रुकवाया. यदि युवक समय रहते बस को नहीं रुकवाता तो बहुत बड़ा हादसा हो सकता था.
नफीस ने बताया आंखो देखा हाल: नफीस ने बताया कि रात के समय में कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस वे पर एक बस मानेसर की ओर जा रही थी. जिससे आग की लपटें निकल रही थी. जिसे देखते ही तुरंत समझ गया कि बस में आग धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है. आग से बेखबर चालक बस को दौड़ाता जा रहा था. जिसके बाद युवक ने बस का पीछा किया और बड़ा हादसा होने से बचा लिया. वहीं, बस में सिलेंडर भी भरे हुए थे, जो आग लगने के कारण लीक हो गए.
बस में नहीं था इमरजेंसी एग्जिट: वहीं, स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि जब नफीस बस को रुकवाने के लिए बस का पीछा कर रहा था तो चालक घबरा गया. अंधेरे में बाइक चालक द्वारा बस रोकने का इशारा करने को चालक समझ नहीं पा रहा था. लेकिन नफीस ने अपनी जान की परवाह किए बिना बाइक को बर्निंग बस के आगे खड़ा कर दिया. वहीं, सवारियों ने बताया कि बस में कोई इमरजेंसी दरवाजा नहीं था. एक ही दरवाजे से निकलना एक साथ सभी के लिए मुश्किल हो रहा था.
श्रद्धालुओं का सामान जलकर राख: श्रद्धालुओं ने बताया कि बस केबिन व लॉकर में बैग और बक्से रखे हुए थे. जिनमें लाखों रुपये के सोने चांदी के आभूषण, पूजा सामग्री, खाने का सामान और नकदी रखी थी. जो सभी जलकर राख हो गए हैं. हादसे के बाद कुछ श्रद्धालु अपने सामान को खोजते रहे. वहीं, हादसे में घायलों को नगर के सरकारी अस्पतालों समेत निजी अस्पतालों में भी लाया गया. तावडू नगर के नूंह मार्ग पर स्थित एक निजी अस्पताल में पहुंचे घायल के परिजनों ने बताया कि मरीजों के उपचार के लिए घंटों तक इंतजार करते रहे. लेकिन चिकित्सक नहीं पहुंचे. निजी अस्पताल संचालकों ने एंबुलेंस का बहुत ज्यादा चार्ज बताया. जबकि हादसे में उनका सामान सहित नकदी भी गायब हो गई थी.
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