दुर्ग: पूरे देश में नीट यूजी एग्जाम को लेकर छात्र सड़कों पर है. छात्रों ने इस एग्जाम में पेपर लीक और गड़बड़ी का आरोप लगाया है. इस बार नीट यूजी का जो रिजल्ट जारी हुआ है उसके आधार पर छात्र नेशनल टेस्टिंग एजेंसी पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं. दुर्ग में एनएसयूआई ने इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया. एनएसयूआई की तरफ से इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की गई है. इसे लेकर एनएसयूआई ने कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी को ज्ञापन सौंपा है.
NSUI ने नीट यूजी रिजल्ट पर खड़े किए सवाल: एनएसयूआई ने नीट यूजी रिजल्ट को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं. नीट के रिजल्ट को लेकर छात्रों में भी नाराजगी है. यह पूरा मामला अब सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है.
"इस वर्ष कुल 67 छात्रों ने 720 में पूरे 720 अंक प्राप्त किए हैं जो अत्याधिक संदिग्ध है.आमतौर पर केवल 3 से 4 छात्र ही पूर्ण अंक प्राप्त करते हैं. हरियाणा के एक ही परीक्षा केंद्र से 6 छात्रों का टॉप करना भी संदेह पैदा करता है. कुछ छात्रों को 718 और 719 अंक दिए गए है, जो सांख्यिकीय रूप से संदिग्ध है. छात्रों को दिए गए अतिरिक्त अंक के लिए कोई परिभाषिक तर्क नही दिया गया और ना ही दिए गए ग्रेस मार्क्स के अनुसार कोई सूची सांझा की गई है": आकाश कनोजिया, प्रदेश महासचिव, एनएसयूआई
तय समय से पहले घोषित किया गया नतीजा: नीट परीक्षा के रिजल्ट की टाइमिंग को लेकर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं. एनएसयूआई साइंस कॉलेज के अध्यक्ष आदित्य नारंग ने एनटीए पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जिस समय पूरे देश में आम चुनाव के नतीजे घोषित हो रहे थे तब नीट एग्जाम का रिजल्ट घोषित किया गया. जबकि इसका नतीजा 14 जून को आने वाला था. आखिर इतनी जल्दी इसके नतीजे क्यों घोषित किए गए. नीट 2024 का पेपर कई जगहों पर लीक हुआ लेकिन इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई है.