जयपुर: राजस्थान विश्वविद्यालय और संघटक कॉलेजों में गेस्ट फैकल्टी लगाकर शिक्षण कार्य नियमित रूप से संचालित करने और छात्रावास में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने जैसी मांगों को लेकर सोमवार को एनएसयूआई छात्र संगठन ने कुलपति सचिवालय का घेराव किया. इससे पहले छात्रों ने विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन करते हुए जेएलएन मार्ग पर जाने की कोशिश की, यहां पुलिस ने उन्हें मुख्य मार्ग पर जाने से पहले ही रोक दिया. छात्रों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी जायज मांगों को नहीं माना जाता तो आंदोलन तेज किया जाएगा.
एनएसयूआई ने सोमवार को सात सूत्री मांगों को लेकर विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया. विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. छात्र नेता महेश चौधरी ने बताया कि एनएसयूआई लगातार छात्रों की आवाज बुलंद करने का काम कर रही है. इनमें छात्रावासों की मूलभूत आवश्यकताओं के साथ शिक्षकों के रिक्त पद भरने, विश्वविद्यालय में सफाई व्यवस्था जैसी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया है, लेकिन राजस्थान विश्वविद्यालय के आम छात्रों को पुलिस प्रशासन की ओर से रोका गया और जब अपनी मांगों को लेकर कुलपति सचिवालय पहुंचे तो वहां भी डेढ़ घंटे तक सुनवाई नहीं हुई.
उन्होंने सवाल उठाया कि कुलपति छात्रों के बीच आकर बात करने से क्यों घबरा रही हैं. हालांकि, बाद में छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल कुलपति से मिला. फिलहाल कुलपति ने कुछ मांगों को लेकर आश्वस्त किया है कि जल्द उनका निस्तारण किया जाएगा, लेकिन यदि समय रहते इन मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो एनएसयूआई का कार्यकर्ता लामबंद होकर के विश्वविद्यालय और कुलपति सचिवालय का घेराव करेगा.
सेमेस्टर सिस्टम की कक्षाएं नहीं लग रही: छात्र नेता मोहित यादव ने कहा कि राजस्थान विश्वविद्यालय में नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत सेमेस्टर सिस्टम तो लागू कर दिया, लेकिन उसके अनुसार क्लास नहीं लग पा रही. प्रशासन ने हॉस्टल की फीस में बढ़ोतरी कर दी. सुविधाएं नाम मात्र की भी नहीं. उन्होंने कहा कि बीते 2 साल से छात्र संघ चुनाव नहीं हुए. उसके बजट को विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रहित में खर्च करे. साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन से 10 नए हॉस्टल की भी मांग की है.