जयपुर: राजस्थान हाउसिंग बोर्ड अब अपने नए प्रोजेक्ट्स में STP (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) और वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का इस्तेमाल करेगा. सोमवार को यूडीएच सचिव वैभव गालरिया ने हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन के तौर पर पदभार संभालते हुए मंडल अधिकारियों को ये निर्देश दिए. हाउसिंग बोर्ड चेयरमैन ने आमदनी बढ़ाने के लिहाज से महकमे के अधिकारियों को अलॉटमेंट के साथ-साथ नीलामी के प्रक्रिया में तेजी लाने का भी आदेश दिए. उन्होंने कहा कि नीलामी और आवंटन प्रक्रिया में तेजी लाई जानी चाहिए, ताकि हाउसिंग बोर्ड की आय को बढ़ाया जा सके और आगामी प्रोजेक्ट्स को भी समय पर पूरा करने में मदद मिल सके. खास बात यह है कि बोर्ड चेयरमैन ने इस दौरान अन्य संस्थाओं के साथ-साथ आमजन के सुझाव का स्वागत भी किया.
भूमि अधिग्रहण के लिए प्लानिंग पर जोर : लगातार पैर पसार रही राजधानी में आवास की जरूरत को देखते हुए हाउसिंग बोर्ड चेयरमैन वैभव गालरिया ने जमीन अधिग्रहण को लेकर भी अधिकारियों से बात की. उन्होंने कहा कि लंबित मामलों को जल्द से जल्द निपटारा करना चाहिए और नए प्रोजेक्ट्स की योजना बनाकर मुख्यालय पर भेजी जानी चाहिए. हाउसिंग बोर्ड के काम की रफ्तार के बाद जयपुर में विभिन्न आय वर्ग के लोगों को आवास उपलब्ध करवाने में आसानी होगी.
गालरिया ने कहा कि राजस्थान आवासन मंडल की ओर से किए जा रहे सभी काम चाहे वो साधारण निर्माण हो या फिर मुख्यमंत्री जन आवास योजना, सभी को समय पर पूरा करने पर फोकस किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसा भी ना हो कि तेजी के कारण गुणवत्ता को भूल जाएं. समय पर कार्य पूरा करने के साथ ही गुणवत्ता पर भी मंडल को पूरी तरह ध्यान दिया जाना चाहिए.
पर्यावरण को लेकर भी दिखी गंभीरता : हाउसिंग बोर्ड चेयरमैन राजधानी में लगातार बढ़ते ड्राई जोन को लेकर भी चिंतित दिखे. उन्होंने हर प्रोजेक्ट के साथ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के इस्तेमाल और पानी के बेहतर उपयोग पर जोर दिया. वैभव गालरिया ने बताया कि इस तरह से पानी की बर्बादी को रोका जा सकेगा, उन्होंने हाउसिंग बोर्ड प्रोजेक्ट में शुरुआत के साथ ही सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को लेकर भी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. पर्यावरण को संरक्षण के लिहाज से जमीन अधिग्रहण के बाद पौधारोपण में तेजी को लेकर उन्होंने स्वयं के स्तर पर मॉनिटरिंग की बात कही है.
हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर भी दिखी एक्शन में : हाउसिंग बोर्ड में नए अध्यक्ष की जॉइनिंग के बाद बोर्ड की कमिश्नर डॉक्टर रश्मि शर्मा ने भी औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने ऑनगोइंग प्रोजेक्ट्स का जायजा लिया और लापरवाही बरते जाने पर सख्त कार्रवाई की हिदायत दी.