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130 करोड़ गबन मामले में पुलिस की कार्रवाई, खाताधारकों को भेजा गया नोटिस - FRAUD WITH JHARKHAND GOVERNMENT

झारखंड सरकार के विभागों से करोड़ों रुपये के गबन के मामले में खाताधारकों को नोटिस भेजा गया है.

Jharkhand DGP ANurag Gupta
डीजीपी अनुराग गुप्ता (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : 2 hours ago

रांची: झारखंड सरकार के दो बड़े विभागों से 130 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में सीआईडी ​​की जांच तेजी से चल रही है. अब उन सभी खाताधारकों को नोटिस जारी किया गया है, जिनके खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए थे. जालसाजों ने 130 करोड़ रुपये गबन करने के लिए सैकड़ों खाते खोले थे.

नोटिस जारी

झारखंड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड, झारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड और झारखंड ऊर्जा उत्पाद निगम लिमिटेड के खातों से 130 करोड़ रुपये के गबन के मामले में एसआईटी की जांच लगातार जारी है. जांच में यह बात सामने आई है कि झारखंड समेत पश्चिम बंगाल के नौ सौ खाताधारकों के खातों में सरकारी पैसे ट्रांसफर किए गए थे. अब एसआईटी ने उन सभी खाताधारकों को नोटिस भेजा है.

जानकारी देते डीजीपी अनुराग गुप्ता (ईटीवी भारत)

झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि नोटिस के जरिए खाताधारकों से उनके खाते की पूरी जानकारी मांगी गई है. साथ ही उन्हें अपने खाते में आई रकम की जानकारी देने का निर्देश दिया गया है. साथ ही कहा गया है कि अगर वे राशि के बारे में जानकारी नहीं देते हैं, तो ऐसी स्थिति में उन्हें भी दोषी माना जाएगा और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

अधिकारियों के अनुसार, अब तक दो सौ से अधिक खाताधारकों को नोटिस भेजा जा चुका है. बताया जा रहा है कि राशि गबन करने के बाद अपराधियों ने झारखंड, पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों के नौ से अधिक लोगों के खाते में राशि ट्रांसफर की है.

डीजीपी खुद कर रहे हैं मामले की जांच

डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि मामले में शामिल बैंक के लोग पकड़े गए हैं, लेकिन मुख्य साजिशकर्ता अभी फरार है. लेकिन उसे भी पकड़ा जाएगा. इस मामले में आरोपियों से सरकारी राशि भी बरामद की जाएगी.

आरोपियों की हो रही गिरफ्तारी

इस मामले में गिरजा प्रसाद, जेटीडीसी रांची आलोक कुमार, जेटीडीसी रांची अमरजीत कुमार, तत्कालीन शाखा प्रबंधक केनरा बैंक, निफ्ट शाखा, हटिया के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए 4 अक्टूबर को केस को सीआईडी ​​को ट्रांसफर कर दिया गया था, जिसके बाद मामले की जांच की जिम्मेदारी एसआईटी को सौंप दी गई थी.

मामले में कार्रवाई करते हुए एसआईटी ने अब तक 302 से अधिक फर्जी खातों का पता लगाया है. इन खातों को फ्रीज कर सरकार के 50 करोड़ रुपये भी फ्रीज किए गए हैं. इस मामले में अब तक जेटीडीसी के तत्कालीन अकाउंटेंट सह कैशियर गिरजा प्रसाद सिंह, केनरा बैंक हटिया के तत्कालीन शाखा प्रबंधक अमरजीत कुमार, साजिशकर्ता बोकारो के रुद्र सिंह उर्फ ​​समीर कुमार और रांची के डिबडीह निवासी लोकेश्वर साह उर्फ ​​लोकेश को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.

यह भी पढ़ें:

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नोटिस जारी

झारखंड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड, झारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड और झारखंड ऊर्जा उत्पाद निगम लिमिटेड के खातों से 130 करोड़ रुपये के गबन के मामले में एसआईटी की जांच लगातार जारी है. जांच में यह बात सामने आई है कि झारखंड समेत पश्चिम बंगाल के नौ सौ खाताधारकों के खातों में सरकारी पैसे ट्रांसफर किए गए थे. अब एसआईटी ने उन सभी खाताधारकों को नोटिस भेजा है.

जानकारी देते डीजीपी अनुराग गुप्ता (ईटीवी भारत)

झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि नोटिस के जरिए खाताधारकों से उनके खाते की पूरी जानकारी मांगी गई है. साथ ही उन्हें अपने खाते में आई रकम की जानकारी देने का निर्देश दिया गया है. साथ ही कहा गया है कि अगर वे राशि के बारे में जानकारी नहीं देते हैं, तो ऐसी स्थिति में उन्हें भी दोषी माना जाएगा और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

अधिकारियों के अनुसार, अब तक दो सौ से अधिक खाताधारकों को नोटिस भेजा जा चुका है. बताया जा रहा है कि राशि गबन करने के बाद अपराधियों ने झारखंड, पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों के नौ से अधिक लोगों के खाते में राशि ट्रांसफर की है.

डीजीपी खुद कर रहे हैं मामले की जांच

डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि मामले में शामिल बैंक के लोग पकड़े गए हैं, लेकिन मुख्य साजिशकर्ता अभी फरार है. लेकिन उसे भी पकड़ा जाएगा. इस मामले में आरोपियों से सरकारी राशि भी बरामद की जाएगी.

आरोपियों की हो रही गिरफ्तारी

इस मामले में गिरजा प्रसाद, जेटीडीसी रांची आलोक कुमार, जेटीडीसी रांची अमरजीत कुमार, तत्कालीन शाखा प्रबंधक केनरा बैंक, निफ्ट शाखा, हटिया के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए 4 अक्टूबर को केस को सीआईडी ​​को ट्रांसफर कर दिया गया था, जिसके बाद मामले की जांच की जिम्मेदारी एसआईटी को सौंप दी गई थी.

मामले में कार्रवाई करते हुए एसआईटी ने अब तक 302 से अधिक फर्जी खातों का पता लगाया है. इन खातों को फ्रीज कर सरकार के 50 करोड़ रुपये भी फ्रीज किए गए हैं. इस मामले में अब तक जेटीडीसी के तत्कालीन अकाउंटेंट सह कैशियर गिरजा प्रसाद सिंह, केनरा बैंक हटिया के तत्कालीन शाखा प्रबंधक अमरजीत कुमार, साजिशकर्ता बोकारो के रुद्र सिंह उर्फ ​​समीर कुमार और रांची के डिबडीह निवासी लोकेश्वर साह उर्फ ​​लोकेश को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.

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