जयपुर. राज्य सरकार ने हीटवेव प्रबंधन को लेकर लगातार दिशा-निर्देश जारी करने के बावजूद चिकित्सा संस्थानों में समुचित प्रबंध नहीं करने पर सख्त एक्शन लिया है. अस्पतालों में हीटवेव प्रबंधन में खामियों को लेकर चिकित्सा महाविद्यालयों से सम्बद्ध अस्पतालों के 12 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
चिकित्सा शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि भारत सरकार ने इस बार अत्यधिक गर्मी रहने और हीटवेव का अलर्ट जारी किया था. इसके क्रम में प्रदेशभर के चिकित्सा संस्थानों को आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन इसके बाद भी कुछ चिकित्सा संस्थानों में हीटवेव प्रबंधन को लेकर कमियां पाई गईं. इन अस्पतालों में कूलर, पंखे, एसी, वाटर कूलर सहित अन्य व्यवस्थाएं सुचारू नहीं पाई जाने पर संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी कर 3 दिवस में स्पष्टीकरण मांगा गया है.
इन अधिकारियों को नोटिस जारी : सवाई मानसिंह अस्पताल में हीटवेव से बचाव के समुचित प्रबंध नहीं पाए जाने पर अतिरिक्त अधीक्षक एवं चिकित्सा प्रभारी अधिकारी विद्युत एवं यांत्रिकी डॉ. गिरीश चौहान, सहायक अभियंता सिविल मोनिका सैनी व अंजू माथुर, सहायक अभियंता इलेक्ट्रिकल सुनील कुमार मीणा तथा अस्पताल अभियंता रवि प्रकाश चौधरी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. इसी प्रकार सीकर मेडिकल कॉलेज के एसके हॉस्पिटल, अजमेर मेडिकल कॉलेज के जवाहर लाल नेहरू अस्पताल, पाली के बांगड अस्पताल, बीकानेर के जनाना अस्पताल, कोटा के एमबीएस अस्पताल, भरतपुर के जनाना अस्पताल एवं जयपुर के जनाना अस्पताल के अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.