नई दिल्लीः अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी दिल्ली विश्वविद्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने स्टूडेंट्स और प्रोफेसर्स के साथ योगा किया. सांसद मनोज तिवारी ने बताया कि योग दिवस दुनिया भर में जागरुकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है.
यह उस प्राचीन भारतीय प्रथा को मान्यता देने का दिन है, जो मानसिक और शारीरिक कल्याण पर केंद्रित है. प्राचीन परंपरा योग एक ऐसी प्रथा है, जिसकी उत्पत्ति हजारों वर्ष पहले भारत में हुई थी. इसे मनाने से इसके ऐतिहासिक महत्व को स्वीकार किया जाता है. योग शारीरिक व्यायाम से कहीं आगे जाता है. इसमें मानसिक और आध्यात्मिक पहलुओं को सम्मिलित किया गया है, तथा समग्र कल्याण की भावना को बढ़ावा दिया गया है.
योग के महत्व पर प्रकाश डाला
सांसद मनोज तिवारी ने बताया कि सितंबर 2014 में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) को संबोधित किया. अपने भाषण के दौरान उन्होंने प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा. प्रधानमंत्री मोदी ने योग के कल्याणकारी लाभों तथा स्वास्थ्य के प्रति इसके समग्र दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला. उन्होंने इस उत्सव के लिए 21 जून को आदर्श तिथि बताया, क्योंकि यह कई संस्कृतियों में महत्व रखती है और उत्तरी गोलार्ध में ग्रीष्म संक्रांति का दिन है. फिलहाल शरीर को निरोगी काया बनाने के लिए योग शरीर के बहुत ही लाभदायक है. हर एक व्येक्ति को इस तनावपूर्ण दौर योगा करना बहुत ही जरूरी है.
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