गौरेला पेण्ड्रा मरवाही : भारत सरकार की खाद्य विभाग की टीम ने पेंड्रा मरवाही के नागरिक आपूर्ति निगम के गोदाम में रखे हुए 35 लाट चावल को अमानक करार देते हुए रिजेक्ट कर दिया है. इन चावलों में भारत सरकार द्वारा निर्धारित FRK की मात्रा कम पाई गई थी. सैंपल जांच के बाद गोदाम में जमा चावल को रिजेक्ट करने की अब तक की ये बड़ी कार्रवाई है. नागरिक आपूर्ति निगम के क्वॉलिटी इंस्पेक्टर ने सैंपल जांच के बाद सभी चावलों को गुणवत्तापूर्ण बता कर जमा कर लिया था.
गुणवत्ताहीन फोर्टिफाइड चावल हुए रिजेक्ट : चावल की मात्रा भी थोड़ी नही बल्कि कुल 35 लाट है. जिसमें 50 किलो प्रति बोरी वजन के 17400 बोरे हैं. ये वो चावल है जिसे नागरिक आपूर्ति निगम के क्वॉलिटी इंस्पेक्टर ने पूर्ण गुणवत्तायुक्त बताकर जमा कर लिया था. भारत सरकार की ओर से की गई जांच के बाद चावल गुणवत्ताहीन पाए गए. अचानक हुई इस जांच से राइस मिलर्स में हड़कम्प मचा हुआ है.
सरकार की योजना कैसे होगी पूरी : सरकार की महत्वपूर्ण योजना पर नागरिक आपूर्ति निगम के अफसर और राइस मिलर्स की सांठ-गांठ के कारण खराब चावल को स्टोर किया गया है. वहीं इस बारे में जब नान के क्वॉलिटी इंस्पेक्टर से बात की गई तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.लेकिन जिला प्रबंधक ने पूरी जानकारी दी है.
''नान के गोदाम में जो चावल रखे हैं उनमें माइनर कमी मिली है.जिन्हें राइस मिलर्स को वापस करके फिर से लाट मंगवाया जाएगा.राइस मिलर्स एक दो दिन में चावल का उठाव कर लें.ऐसे छह राइस मिलर्स के चावल को रिजेक्ट किया गया है.''- धनंजय मानेशकर, जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति
सरकार ने कुषोषण मिटाने चलाई है योजना : नागरिक आपूर्ति निगम के पेंड्रा गोदाम में 34 लाट जबकि मरवाही गोदाम से एक लॉट चावल को रिजेक्ट किया गया है. ये सभी अमानक चावल जिले के ही 6 राइस मिलर्स ने जमा किया था. फोर्टिफाइड राइस में आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन b12 के साथ जिंक विटामिन ए1, विटामिन बी 2, विटामिन बी b3, जैसे b6 पोषक तत्व मौजूद होते हैं. सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में कुपोषण मिटाने के लिए फोर्टिफाइड बांटने की योजना सभी राशन दुकानों में शुरू की थी. जिसके लिए 4270 करोड़ रुपए का बजट भी स्वीकृत कर रखा है.