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नोएडा में महिला को डिजिटल अरेस्ट कर ठगों ने ऐंठे 9 लाख, CBI बनकर धमकाया - Noida woman duped of 9 lakh - NOIDA WOMAN DUPED OF 9 LAKH

Noida woman put under digital arrest: साइबर अपराधियों ने विदेश भेजे पार्सल में ड्रग्स समेत अन्य प्रतिबंधित सामान होने का डर दिखाकर महिला से करीब 9 लाख से अधिक रुपये ऐंठ लिए. जालसाजों ने पुलिस और सीबीआई का अधिकारी बनकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Aug 10, 2024, 7:48 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: विदेश भेजे जा रहे पार्सल में ड्रग्स सहित अन्य प्रतिबंधित सामान होने का डर दिखाकर साइबर ठगों ने नोएडा की एक महिला के साथ 9 लाख 70 हजार रुपये की ठगी कर ली. पुलिस और सीबीआई का अधिकारी बनकर ठगों ने ठगी की वारदात को अंजाम दिया. महिला ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने की पुलिस से शनिवार को की है. पुलिस उन खातों की जानकारी एकत्र कर रही है, जिन खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर हुई है.

7 अगस्त का है मामला: नोएडा के सेक्टर-62 निवासी कुमारी रंजना ने बताया कि सात अगस्त को उनके पास डीएचएल कुरियर सर्विस से कॉल आई. कॉलर ने बताया कि महिला के नाम से एक कुरियर विदेश जा रहा है. इसमें उसके आधार कार्ड का इस्तेमाल हुआ है. पार्सल में ड्रग्स सहित अन्य प्रतिबंधित सामान होने के कारण इसे रोक लिया गया है. आगे की जानकारी के लिए कॉल को कथित मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारियों को ट्रांसफर कर दिया गया. ठगों ने इसके बाद महिला को स्काइप कॉल पर जोड़ा और ड्रग्स मिलने पर जेल जाने की धमकी देने लगे. इस दौरान शिकायतकर्ता को घर से बाहर जाने और किसी अन्य से संपर्क करने की अनुमति नहीं दी गई.

ठगों ने दो बार में ट्रांसफर कराए पैसे: महिला पर वीडियो कॉल से नजर रखी जाने लगी और पूछताछ का सिलसिला चलता रहा. अगले दिन आठ अगस्त तक ठग महिला से पूछताछ करते रहे. इसके बाद जांच के नाम पर विभिन्न खातों में जमा रकम को एक खाते में ट्रांसफर करने के लिए कहा गया. बताया गया है जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद शिकायतकर्ता को पुलिस क्लिरेंस सर्टिफिकेट मिलेगा और रकम फिर से मूल खातों में वापस कर दी जाएगी. डर के कारण ठगों द्वारा उपलब्ध कराए गए खाते में महिला ने रकम ट्रांसफर कर दी. महिला ने पहली बार में पांच लाख और दूसरी बार में चार लाख 70 हजार रुपये ट्रांसफर किए. नौ अगस्त तक महिला को डिजिटल अरेस्ट करके रखा गया.

यह भी पढ़ें- नोएडा में भूत-प्रेत का साया होने की बात कहकर महिलाओं से ठगी करने वाले गिरोह के पांच सदस्य गिरफ्तार

जब महिला पर और पैसे ट्रांसफर करने का दबाव बनाया जाने लगा तब उसे ठगी की आशंका हुई. उसने अपने पैसे वापस मांगे. इसके बाद ठगों ने महिला से पूरी तरह से संपर्क तोड़ दिया. करीब 48 घंटे तक महिला पर स्काइप कॉल से नजर रखी गई. महिला के साथ हुई डिजिटल तकनीक से ठगी के सम्बन्ध मे ज्यादा जानकारी देते हुए थाना साइबर क्राइम प्रभारी विजय कुमार ने बताया कि जिन खातों में ठगी की रकम गई है, पुलिस उन खातों की जानकारी एकत्र कर रही है. सर्विलांस और साइबर क्राइम की टीम सभी पहलुओं को ध्यान मे रखते हुए जांच कर रही है. जल्द आरोपियों तक पहुचा जाएगा.

यह भी पढ़ें- अमेरिकी नागरिकों के साथ ठगी करने वाले कॉल सेंटर का पर्दाफाश, तीन महिलाओं सहित 15 गिरफ्तार

नई दिल्ली/नोएडा: विदेश भेजे जा रहे पार्सल में ड्रग्स सहित अन्य प्रतिबंधित सामान होने का डर दिखाकर साइबर ठगों ने नोएडा की एक महिला के साथ 9 लाख 70 हजार रुपये की ठगी कर ली. पुलिस और सीबीआई का अधिकारी बनकर ठगों ने ठगी की वारदात को अंजाम दिया. महिला ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने की पुलिस से शनिवार को की है. पुलिस उन खातों की जानकारी एकत्र कर रही है, जिन खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर हुई है.

7 अगस्त का है मामला: नोएडा के सेक्टर-62 निवासी कुमारी रंजना ने बताया कि सात अगस्त को उनके पास डीएचएल कुरियर सर्विस से कॉल आई. कॉलर ने बताया कि महिला के नाम से एक कुरियर विदेश जा रहा है. इसमें उसके आधार कार्ड का इस्तेमाल हुआ है. पार्सल में ड्रग्स सहित अन्य प्रतिबंधित सामान होने के कारण इसे रोक लिया गया है. आगे की जानकारी के लिए कॉल को कथित मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारियों को ट्रांसफर कर दिया गया. ठगों ने इसके बाद महिला को स्काइप कॉल पर जोड़ा और ड्रग्स मिलने पर जेल जाने की धमकी देने लगे. इस दौरान शिकायतकर्ता को घर से बाहर जाने और किसी अन्य से संपर्क करने की अनुमति नहीं दी गई.

ठगों ने दो बार में ट्रांसफर कराए पैसे: महिला पर वीडियो कॉल से नजर रखी जाने लगी और पूछताछ का सिलसिला चलता रहा. अगले दिन आठ अगस्त तक ठग महिला से पूछताछ करते रहे. इसके बाद जांच के नाम पर विभिन्न खातों में जमा रकम को एक खाते में ट्रांसफर करने के लिए कहा गया. बताया गया है जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद शिकायतकर्ता को पुलिस क्लिरेंस सर्टिफिकेट मिलेगा और रकम फिर से मूल खातों में वापस कर दी जाएगी. डर के कारण ठगों द्वारा उपलब्ध कराए गए खाते में महिला ने रकम ट्रांसफर कर दी. महिला ने पहली बार में पांच लाख और दूसरी बार में चार लाख 70 हजार रुपये ट्रांसफर किए. नौ अगस्त तक महिला को डिजिटल अरेस्ट करके रखा गया.

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जब महिला पर और पैसे ट्रांसफर करने का दबाव बनाया जाने लगा तब उसे ठगी की आशंका हुई. उसने अपने पैसे वापस मांगे. इसके बाद ठगों ने महिला से पूरी तरह से संपर्क तोड़ दिया. करीब 48 घंटे तक महिला पर स्काइप कॉल से नजर रखी गई. महिला के साथ हुई डिजिटल तकनीक से ठगी के सम्बन्ध मे ज्यादा जानकारी देते हुए थाना साइबर क्राइम प्रभारी विजय कुमार ने बताया कि जिन खातों में ठगी की रकम गई है, पुलिस उन खातों की जानकारी एकत्र कर रही है. सर्विलांस और साइबर क्राइम की टीम सभी पहलुओं को ध्यान मे रखते हुए जांच कर रही है. जल्द आरोपियों तक पहुचा जाएगा.

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