नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में साइबर क्राइम पुलिस ने एक शातिर ठग को पकड़ा है जिसने क्रेडिट कार्ड के बकाया जमा न किए जाने का भय दिखाकर एक पीड़ित से 1 करोड़ 20 लाख रुपये की ठगी की. आरोपी का नाम नरेश है, जो हरियाणा के गुड़गांव क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने आरोपी के बैंक खातों को भी फ्रीज कर दिया है, ताकि धोखाधड़ी की धनराशि को रोक सकें.
यह मामला तब सामने आया जब एक पीड़ित ने 16 अक्टूबर 2024 को साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई. पीड़ित ने बताया कि अज्ञात साइबर अपराधियों ने उसे व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क किया और जानकारी दी कि उसके क्रेडिट कार्ड पर 1,09,000 रुपये का बकाया है, जिसे जमा नहीं किया गया. पीड़ित को बताया गया कि इसकी जांच मुंबई क्राइम ब्रांच और सीबीआई द्वारा की जा रही है, जिससे वह भयभीत हो गया.
इसके बाद ठगों ने पीड़ित से स्काई एप डाउनलोड कराया और वीडियो कॉलिंग के माध्यम से उसे डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाते हुए 1 करोड़ 19 लाख 50 हजार रुपये नकद फर्जी बैंक खातों में ट्रांसफर करवा लिए.
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डिप्टी कमिश्नर साइबर क्राइम प्रीति यादव ने बताया कि पुलिस ने स्थानीय इंटेलिजेंस और गोपनीय सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया. जांच में पता चला कि आरोपी नरेश के खाते में 92 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए थे. उसने स्वीकार किया कि वह स्वयं और अन्य लोगों के फर्जी खाते बनाता था और सीबीआई तथा मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के रूप में भय दिखाकर लोगों से ठगी करता था.
साइबर सुरक्षा के लिए जागरूकता
इस घटना के बाद, साइबर क्राइम पुलिस ने लोगों को कुछ सुरक्षात्मक सुझाव दिए हैं
- डिजिटल अरेस्ट: पुलिस किसी को भी फोन पर डिजिटल अरेस्ट नहीं करती है.
- फिजिकल मनी सत्यापन: RBI या अन्य संस्थाएं आपके खाते से फिजिकल मनी का सत्यापन नहीं करती हैं.
- कोई फर्जी बैंक खाता: ऐसा कोई सरकारी या RBI का SSA खाता नहीं होता जिसमें पैसे ट्रांसफर कराकर उनकी जाँच की जाती हो.
- ठगी से बचें: अगर सीबीआई, साइबर अधिकारी या अन्य किसी संस्था का अधिकारी बनकर आपसे पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहा गया तो तुरंत स्थानीय थाने से संपर्क करें या साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें.
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