पटनाः लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण की वोटिंग जारी है. इस चरण में पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पर भी वोटिंग चल रही है और लोग बड़े ही उत्साह के साथ लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं. वहीं कई जगहों से वोटिंग बहिष्कार की भी खबरें आ रही हैं. पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के धनरुआ प्रखंड के सतपरसा गांव के लोगों ने भी वोट का बहिष्कार कर दिया.
बूथ नंबर 267 पर पसरा सन्नाटाः पटना जिले के धनरुआ प्रखंड के बूथ नंबर 267 पर सन्नाटा पसरा हुआ है. यहां सतपरसा गांव के लोगों का मतदान केंद्र है लेकिन गांववाले नाराज हैं. उनका कहना है कि उनके गांव में बच्चों की पढ़ाई के लिए न तो स्कूल है और न आवाजाही के रोड और पुल है, इसलिए इस बार पूरे गांव के लोगों ने वोटिंग बहिष्कार का फैसला लिया है.
'किस चीज के लिए वोट ?': गांववालों का साफ कहना है कि "आजादी के सात दशक बीत जाने के बाद भी इस गांव में अभी तक शिक्षा और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं है. ऐसे में आखिर हमारे वोट देने और न देने का कोई मतलब नहीं है. इसलिए इस बार वोट नहीं करने का निर्णय किया गया है."
"हमलोगों का कोई विकास का काम नहीं हुआ है.यहां आज तक न कोई विधायक और न सांसद ही आया गांव में. सिर्फ चुनाव के समय नेता लोग आते हैं और आश्वासन देते हैं कि ये कर देंगे, वो कर देंगे, लेकिन आज तक कुछ भी नहीं हुआ. 70 साल से अधिक आजादी के हो गये, लेकिन इस आजादी में हमलोगों को कोई लाभ नहीं है." दयानंद सिंह, निवासी, सतपरसा गांव
समझाने में जुटा प्रशासनः धनरूआ की प्रखंड विकास पदाधिकारी सीमा कुमारी ने बताया कि "वोट बहिष्कार की खबर के बाद प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची है और लोगों से बातचीत की जा रही है. लोगों से अपील की गयी है कि आप लोग वोट दीजिए ! जिला प्रशासन ने आपकी समस्याओं को संज्ञान में लिया है."
पाटलिपुत्र में रामकृपाल बनाम मीसा भारतीः आखिरी चरण में जिन सीटों पर वोटिंग हो रही है उनमें पाटलिपुत्र लोकसभा सीट बेहद ही खास है. क्योंकि इस सीट पर आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती चुनाव लड़ रही हैं. इस बार भी मीसा भारती का मुकाबला बीजेपी के रामकृपाल यादव से है. 2014 और 2019 के चुनाव में रामकृपाल यादव ने मीसा यादव को मात दी थी.